रीवा। जिले भर में क्राइम बढ़ता जा रहा है, एक के बाद एक बड़े अपराधिक घटनाओं को अपराधी अंजाम दे रहे है। हाल ही में विज्ञापन एजेंसी संचालक पर गोली चलाई गई। घटना को अंजाम देने वाले अपराधी आज भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। घटना में उपयुक्त किए गए वाहनों की पहचान भी नहीं हो सकी। वजह उन गाडिय़ों में नंबर प्लेट की कालाकारी से उनके नंबर नहीं देखे जा सके। हालांकि ऐसा पहली दफा नहीं हुआ है इसके पहले भी राह चलते आदमी को ठोकर मारकर वाहन निकल जाते है और उनकी पहचान नहीं हो पाती क्योंकि उनके नंबर प्लेट में लिए गए नंबर में कलाकारी कर उसे कुछ और बना दिया जाता है। वाहन मालिकों ने अपने शौख में परिवहन विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ा रखी है, जिम्मेदार महकमा इस पर लगाम नहीं लगा पा रहा है। रोजाना ही पापा और दादा नाम की गाड़ी नए कांड करके गायब हो जाती है इस तक पुलिस पहकमा नहीं पहुंच पाता। शहर के वाहनों में गलत तरीके से नम्बर अंकित हैं। सडक़ हादसों या अन्य वारदातों में कई बार लोग गफलत में गलत नंबर नोट कर लेते हैं। सबसे अधिक बाइक और कार में स्टाइलिश नम्बर लिखवा कर चलने का क्रेज बढ़ा है। इस शौख को पूरा करने वाहन मालिक हजार से लेकर लाख रुपए तक अदा करते है।
खुलेआम चल रहा कलाकारी का व्यापार
शहर में 50 से अधिक दुकानें सिर्फ स्टाइलिश अंदाज में नंबर प्लेट लिखने वाली संचालित हैं। पीली कोठी, प्रकाश चौराहा, घोड़ा चौराहा, सांई मंदिर के सामने, निगम कार्यालय के समीप, घोघर आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में दो से तीन सौ रुपए में ऐसे स्टाइलिश वाले नंबर प्लेट तैयार किए जाते हैं। वाहनों में रजिस्ट्रेशन नम्बर को हे राम, मां, दादा, दाऊ, यादव, मोदी, सांई, राम की स्टाइल में लिखवाने का चलन बढ़ गया है। कई वाहनों में ऐसे आड़े-तिरछे स्टाइल में नंबर लिखे गए हैं कि उसे आसानी से कोई पढ़ नहीं सकता। कई वाहनों में रजिस्ट्रेशन नम्बर के अलावा दूसरे शब्द और चित्र भी बनवाने का चलन बढ़ा है। कुछ वाहनों के प्लेट पर अंक छोटे और बड़े अंक में लिखवाया जा रहा है। वाहनों में नंबर प्लेट की जगह पार्टी पदाधिकारी का नाम पट्टिका भी लगाकर लोग चल रहे हैं। चौकाने वाली बात तो यह है कि इस शौख में स्थनीय जनप्रतिनिधि व शासकीय अधिकारी भी है।
यह है नियम…
– निजी वाहन पर सफेद पृष्ठभूमि पर काले रंग से नम्बर अंकित होना चाहिए। टैक्सी वाहन में पीले पर काले में नंबर अंकित होना चाहिए।
– नंबर प्लेट पर एक समान, सीधे और साधारण नंबर लिखे होने चाहिए।
– दोपहिया व तीन पहिया वाहनों पर नंबर प्लेट की ऊंचाई 35 एमएम और मोटाई सात एमएम और नंबरों के बीच पांच एमएम का अंतर होना चाहिए।
– 70 सीसी से कम पावर वाली बाइक के लिए प्रमुख नंबर प्लेट पर शब्दों और अंकों की ऊंचाई 15 एमएमए, मोटाई 2.5 और अंकों के बीच का अंतर 2.5 एमएम होना चाहिए।
– चार पहिया वाहन के आगे और पीछे के नंबर प्लेट पर अक्षर व नंबर की ऊंचाई 65 एमएम मोटाई 10 एमएम व अंतर 10 एमएम होना चाहिए।
– गलत तरीके से नंबर अंकित करने पर 500 रुपए का जुर्माना होना चाहिए।
इन नंबरो पर ज्यादा कलाकारी…
4141 को पापा
6161 को दादा
4130 को दाऊ
8055 को बॉस
0214 को राम
5171 को साईं
4749 को मोदी
2151 को राज
4149 को यादव
7411 को मां