रीवा। प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध को लेकर सरकार चितिंत है। ऐसे में पुलिस को महिला अपराधों पर त्वरित कार्रवाई करने निर्देश है। बावजूद जमीनी हकीकत कुछ और ही है। स्थिति यह है कि महिलाओं की एफआईआर तक थाने में दर्ज नहीं हो रही है। गढ़ थानांतर्गत रहने वाली अनुसूचित जाति की युवती का अश्लील वीडियो बनाकर प्रेमी ने सोशल मीडिया में वायरल कर दिया है। इस गंभीर अपराध में पांच थानों ने युवती की एफआईआर नहीं लिखी। इसके बाद वह शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत करने पहुंची है। युवती के साथ हुई इस घटना ने पुलिस पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि युवती शहर में एक निजी कालेज में नर्सिंग की छात्रा है। पढ़ाई के दौरान ही युवती का आशुतोष साकेत नाम के युवक निवासी रामपुर बाघेलान से संपर्क हुआ है। यह दोस्ती प्रेम में बदल गई। युवती व युवक के परिजन भी इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया। इसके बाद युवक व युवती अलग एक कमरे में रहने लगे। जहां युवक ने युवती के साथ शरीरिक संबंध में बनाए है। इसी दौरान युवक ने चुपचाप युवती का अशलील वीडियो बना लिया। इसकी जानकारी इंस्टाग्राम में वीडियो वायरल करने बाद युवती को हुई। इस पर युवती ने आपत्ति उठाई तो युवक ने उसके साथ मारपीट की । इस पूरी घटना की जानकारी युवती ने परिजनों को दी। इसके बाद युवती पुलिस के पास पहुंची, लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं कराई। बल्कि उसे लौटा दी। जब कुछ दिनों पहले ही एडीजी व पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को महिला अपराधों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
महिला थाना ने भी लौटाया
युवती ने बताया कि अपने साथ हुई इस घटना को लेकर सबसे पहले रामपुर बघेलान थाने पहुंची जहां उन्होंने एफआईआर लिखने से इंकार दिया है। इसके बाद उसने अपने गृह ग्राम थाना गढ़ में शिकायत दर्ज कराने पहुंची। जहां से उसे लौटा दिया। इसी तरह सिटी कोतवाली में भी एफआइआर नहीं लिखने के बाद महिला थाने पहुंची, जहां महिला टीआई ने युवती को लौटा दिया है। जबकि नियमत: किसी भी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर संबंधित थाने को शून्य में विवेचना के लिए भेजा जा सकता है। बावजूद थाना प्रभारियों ने मामला दर्ज नहीं किया।