ब्यौहारी से 30 किलोमीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निपनिया में प्रतिदिन लगभग दर्जनों डिलीवरी होती है लेकिन वहां महिलाओं को पोषण युक्त भोजन एवं नाश्ता नहीं मिलता। हमारे संवाददाता द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निपनिया में भर्ती सुनीलम केवट एवं अन्य महिलाओं ने बताया कि हमें सिर्फ नाश्ते में बिस्कुट और चाय मिलती है और भोजन में चावल-दाल। गौरतलब बात यह है कि प्रसूति माताओं को अपने नवजात बच्चों को दूध पिलाना पड़ता है इसके लिए पौषक आहार की आवश्यकता होती है। लेकिन उनके पौष्टिक आहार पर अस्पताल के ही प्रबंधन द्वारा डाका डाला जा रहा है। निपनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भोजन की व्यवस्था तिवारी ड्रेसर द्वारा की जाती है।
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उनके द्वारा ही भोजन एवं नाश्ते का प्रदाय प्रसूति महिलाओं को की जाती है लेकिन उनके द्वारा पौष्टिक आहार नहीं दिया जा रहा है। जिससे जच्चा और बच्चा दोनों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। हमारे संवाददाता द्वारा जब भोजन की व्यवस्था संभाल रहे ड्रेसर से महिलाओं को दिए जा रहे भोजन एवं नाश्ते की मीनू लिस्ट मांगी तो उन्होंने रजिस्टर दिखाया जबकि नियम के मुताबिक मीनू लिस्ट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अंकित होना चाहिए। जिससे वहां भर्ती होने वाली महिलाएं देख सकेगी किस दिन को क्या देना है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निपानिया में जो महिलाएं डिलीवरी की जाती है उनको किस तरह से नाश्ता एवं भोजन दिया जाता है । वहीं अस्पताल में व्यवस्था देख रहे एमपीडब्ल्यू एवं अकाउंटेंट जिन की मिलीभगत से पैसा निकाला जा रहा है। उनके खिलाफ क्षेत्र के लोगों ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ से अस्पताल में भोजन प्रदान कर रहे कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।