रीवा। नया साल चिडिय़ाघर प्रबंधन के लिए कमाई वाला रहा। नए साल के स्वागत में यहां जमकर भीड़ उमड़ी। पिछले सारे रिकार्ड टूट गए। 1 जनवरी को यहां 19 हजार 21 पर्यटक आए जो अब तक का रिकार्ड है। वहीं 72 घंटे में यहां घूमने वालों की संख्या 25 हजार के पार पहुंच गई। सोमवार को हालांकि कम नहीं रही। 3 हजार से अधिक पर्यटक इस कड़ाके की ठंड में भी घूमने पहुंचे। ज्ञात हो कि मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर में हर साल नए साल का स्वाागत करने पर्यटक यहां पहुंचते हैं। हालांकि इस बार उम्मीद से कहीं ज्यादा लोग पहुंचे। यही वजह है रही कि व्यवस्था बनाने में प्रबंधन के पसीने छूट गए। पार्किंग छोटी पड़ गई। साल के पहले दिन चिडिय़ाघर घूमने वालों की संख्या 19 हजार 21 रही, जो अब तक रिकार्ड है। पिछले साल सिर्फ 16 हजार पर्यटक ही यहां पहुंचे थे। उससे भी तीन हजार अधिक इस साल पहुंचे। इस भीड़ से चिडिय़ाघर प्रबंधन की आमदनी भी खूब हुई। करीब 6 लाख से अधिक की आय एक दिन में हुई। साल के दूसरे दिन स्कूल, कॉलेज, अॅाफिस खुल गए थे लेकिन घूमने वालों की भीड़ फिर भी कम नहीं रही। सोमवार को चिडिय़ाघर में करीब 3 हजार से अधिक पर्यटक आए। हालांकि प्रबधन ने काउंटर की संख्या कम कर दी थी। सिर्फ दो काउंटर ही चलाए गए, लेकिन व्यवस्थाएं बिगड़ी नहीं। सभी को पर्याप्त घूमने का समय मिला।
किस दिन कितने पर्यटक पहुंचे
मार्तण्ड ङ्क्षसह जूदेव चिडिय़ाघर 21 दिसंबर से ही गुलजार रहा। यहां शीतकालीन अवकाश शुरू होने के बाद से ही पर्यटक परिवार के साथ पहुंच रहे थे। 2 हजार से कम संख्या नहीं रही। वहीं वर्ष 2022 के अंतिम दिन और नए साल के पहले और दूसरे दिन यहां पर्यटकों की संख्या ज्यादा थी। 31 दिसंबर और 2 जनवरी 2023 को पर्यटकों की संख्या 3 हजार से अधिक रही। वहीं 1 जनवरी को रिकार्ड तोड़ 19 हजार पर्यटक पहुंचे.
ठंड का भी असर नहीं दिखा
दो दिनों से तापमान में रिकार्ड तोड़ गिरावट दर्ज की गई है। कोहरा और शीतलहर से पूरा विंध्य कंपकंपा रहा है। इसके बाद भी पर्यटकों का जुनून कम नहीं हुआ। यही वजह है कि लोगों की भीड़ यहां कड़ाके की ठंड के बाद भी बनी रही। सोमवार को दोपहर के बाद ही यहां भीड़ उमड़ी। लोगों को चिडिय़ाघर के सफेद बाघ खूब पसंद आए।
वर्सन….
1 जनवरी को 19 हजार 21 पर्यटक पहुंचे। यह संख्या पिछले साल से कहीं अधिक रही। सोमवार को भी संख्या करीब 3 हजार से अधिक रही।
सूरज सिंह सेन्द्रयाम, संचालक
मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर, रीवा