उत्तर प्रदेश से इस वक्त एक बेहद ही बड़ी खबर सामने आ रही है। यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। बताया गया कि उसे हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उसे जेल से अस्पताल लाया गया था। और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मुख्तार असारी इस समय उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद था। जिसकी गुरुवार देर रात मौत हो गई। जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। सूचना मिली कि मुख्तार को आईसीयू से सीसीयू में भर्ती करना पड़ा। यहां मुख्तार के इलाज में 9 डॉक्टरों की टीम लगाई गई थी।
बता दे की यूपी के इस माफिया ने सुनवाई के दौरान यह आरोप लगाया था कि जेल में उसकी हत्या का प्रयास किया जा रहा है। इतना ही नहीं माफिया ने अभी आरोप लगाया था कि उसके खाने में जहर दिया जा रहा है। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ रही है।
इधर यूपी सरकार पूरी तरह से एलर्ट मोड़ पर है। मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर व मऊ समेत अन्य संवेदनशील जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। धारा 144 लागू कर दी गई है। सूत्रों की माने मऊ, गाजीपुर और बांदा में धारा 144 लागू की गई है।
मुख्तार अंसारी की मौत की खबर लगते ही उसके समर्थकों में हड़कंप मचा हुआ है। वह उसके निवास सहित मेडिकल कॉलेज पहुंच दे हैं। हालाकि पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
बताया गया कि वहीं मुख्तार अंसारी के परिवार को जानकारी दी गई तो भाई और मौजूदा सांसद अफजाल अंसारी सूचना मिलते ही बांदा पहुंच गए। बता दें कि मुख्तार अंसारी ने अंतिम बार 2017 में मऊ सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. इस चुनाव के दौरान नामांकन में दाखिल किए गए शपथपत्रों के अनुसार देश की अलग-अलग अदालतों में मुख्तार अंसारी के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, दंगे भड़काने, आपराधिक साजिश रचने, आपराधिक धमकियां देने, संपत्ति हड़पने और धोखाधड़ी करने के साथ ही सरकारी काम में बाधा डालने समेत कुल 16 मुकदमें दर्ज हैं।