भोपाल। एमपी पीएससी के उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है, इसका परिणाम जारी कर दिया गया है। इस परिणाम के आने के बाद से जहां उम्मीदवारों में खुशी की लहर है वहीं कुछ मायूस भी है। हालांकि मायूस होने की जरूरत नहीं है भविष्य में किए गए आपके प्रयास जरूर सफल होंगे। तो 9 माह बाद जारी परिणाम में आखिर क्या रहा और आगे अब क्या प्रक्रिया होगी इसकी जानकारी हम आपको इस खबर में देने जा रहे है। मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग (पीएससी) ने राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2019 का परिणाम शुक्रवार शाम जारी कर दिया। मार्च में हुई परीक्षा के परिणाम में सामान्य यानी अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों की संख्या बढ़ा दी गई है। ऐसा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण पर लंबित कानूनी प्रकरण को देखते हुए किया गया है। कुल 1918 उम्मीदवारों का चयन साक्षात्कार के लिए हुआ है। राज्यसेवा में कुल 571 रिक्तियां घोषित हैं। नियमानुसार कुल पदों के मुकाबले तीन गुना उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए चयनित किया गया है। आयोग ने शुक्रवार को जो नतीजे जारी किए, उसमें कुल पदों को 637 मानते हुए उसके तीन गुना उम्मीदवारों को चयनित किया है। दरअसल, प्रदेश सरकार द्वारा बढ़ाए गए 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण पर कोर्ट में प्रकरण लंबित है। आयोग ने शासन के निर्देश के अनुसार रिजल्ट इस तरह तैयार किया कि कोर्ट का निर्णय आरक्षण के पक्ष में हो या खिलाफ, न तो प्रक्रिया रद करनी पड़े, न दोबारा रिजल्ट बनाना पड़े। पूर्व घोषित 571 रिक्तियां ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण के अनुसार हैं। ताजा रिजल्ट घोषित करते हुए पीएससी ने अनारक्षित श्रेणी के पदों की गणना में भी 13 प्रतिशत की वृद्धि कर 137 से बढ़ाकर 203 कर दिए। उसके अनुसार तीन गुना उम्मीदवारों का चयन किया गया है। यानी कोर्ट से ओबीसी आरक्षण के पक्ष में निर्णय आता है, तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
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