रीवा। मप्र की भाजपा सरकार सहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गौवंशो के हड्डी और चमड़े का व्यापार कर रहे हैं। इतना ही नहीं उनके द्वारा इससे मोटी कमाई की जा रही है और अन्य भाजपाई भी इस मोटी कमाई के हिस्सेदार है। गौवंशों के नाम पर खुला लूट भाजपा सरकार कर रही है, गौवंशों के दाना पानी के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है और उससे भाजपाईयों के फार्म हाऊस तैयार हो रहे है, ऐसा हम नहीं बल्कि इन प्रकार के गंभीर आरोप लगाते हुए श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी वैराम्यानंद गिरी महाराज मिर्ची बाबा ने लगाए है। उन्होंने शिवराज सरकार पर भ्रष्टाचार का पर्दाफाश भी अपने भ्रमण करने की बात कही है। कहा कि रीवा जिला अंगे्रजो का भी गुलाम नहीं हुआ लेकन भाजपा सरकार ने इसे गुलाम बना दिया है, भ्रष्टाचार इस हद तक बढ़ चुका है लोग अब इसी भ्रष्ट्रचार की चक्की में पिसते जा रहे हैं।
मर गया भी लड़ता रहूंगा
मिर्ची बाबा ने कहा कि वह गौवंश के हक की लड़ाई लगातार जारी रखेंगे, इतना ही नहीं यदि सरकार मांगे नहीं मांगती तो इसके लिए उग्र आंदोलन किया जाएगा। 13 अखाड़ो के संत सहित रीवा व देश भर की जनता गौवंश के लिए लड़ेगी। उन्होंने कहा जब तक जिंदा है लड़ेंगे और मरने के बाद उनकी आत्मा भी गौवंश की लड़ाई लड़ेगी क्योंकि मप्र सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आत्मा तो मर चुकी है, यही वजह है कि गौवंश को सुरक्षित करने की जगह उनको मारकर व्यापार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके कई बड़ उदाहरण सामने आ चुके हैं।
सड़को पर हुआ प्रदर्शन
बता दे कि मिर्ची बाबा के पूर्व के कार्यक्रम अनुसार सड़क पर शिवराज सिंह की अर्थी व पुतला दहन का कार्यक्रम था, विरोध में निकले बाबा सहित उनके समर्थकों पुलिस ने रोक दिया, जिसके बाद उनके द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में मीडिया के सामने अपनी बातों को विस्तृत से बताया गया, वह रीवा में गौशाला का निरीक्षण करने आए थे जिसमें जिले की कई गौशालाओं में अव्यवस्थाएं मिली और गौवंशो को भूख प्यास से मरते देखा गया।
यह है प्रमुख मांगे
मिर्ची बाबा ने आयोजित पत्रकार वार्ता में शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है, उन्होंने बताया कि 5 सूत्रीय मांगो संबंधित ज्ञापन भी संभागायुक्त को सौंपा गया है, जिसमें 6 माह से बंद गौशालाओं के लिए राशि का आवंटन, भोजन के लिए 50 रुपए प्रति के हिसाब से व्यवस्था हो, गौशाला में एक संत एवं पुजारी रखा जाए जो समिति के हिसाब से काम करें, अधिकारी समय-समय पर गौशाला का निरीक्षण करें, गायों के सींघ में पीला रेडियम लगाया जाए ताकि दुर्घटना होने से बच सके। पर्याप्त चारा-पानी की व्यवस्था गौवंशो के लिए की जाए। उन्होंने कहा कि मांगे पूरी नहीं हुई तो गौवंश की रक्षा के लिए जन आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।