वीरेंद्र सिंह सेंगर (बबली), रीवा/मऊगंज। मीडिया सूत्रों की माने तो पुलिस ने सट्टा किंग अमित आहुजा उर्फ छम्मन से पूछतांछ किये जाने के लिए न्यायालय से दो दिन का रिमांड लिया है। समान थाना पुलिस एवं इन्कम टैक्स की टीम सटोरिया छम्मन आहूजा से सट्टा से जुड़ी सारी कड़ियों के बारे में जानकारी एकत्रित कर रही है। बताया जा रहा है कि छम्मन आहूजा ने अपने सिंधी समाज के ही एक दर्जन लोगों को नाम पुलिस के आगे उगल दिये है, मीडिया सूत्रों की माने तो नरेश काली का भी नाम संरक्षण देने में आया है। इसके साथ ही कटनी के दिलीप सिंधी और जबलपुर के राज सिंधी का नाम सट्टाकिंग ने पुलिस के सामने उगला है।
सामने आई खबर में पुलिस सूत्रों की माने तो सट्टा किंग ने रीवा के सुनील रजानी निवासी , प्रदीप कुशलानी उर्फ कल्लू सिंधी, अमित थारवानी, रवि झामवानी, सुरेश बाधवानी, रमेश रमेजा, ओपी सिंधी सहित कई लोगों के नाम सामने आये है। पुलिस सूत्र ने बताया कि सट्टा किंग के गिरोह के सदस्यों को पकड़ने दबिस भी दी जा रही है। लेकिन जो नाम सामने आये है वो छम्मन के पकड़े जाने के साथ ही भूमिगत हो गये है। जिनकी सघन तलास की जा रही है, ऐसा पुलिस का कहना है।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व समान थाना में कर सलाहकार शिवम गुप्ता आईपीएल सत्ता में हार जाने के बाद समान थाना में लूट की शिकायत दर्ज कराने आया था। पुलिस को संदेह हुआ तो यह खुलासा हुआ। पुलिस ने दविस देकर अमित आहूजा उर्फ छम्मन सिंधी को 1 करोड़ 29 लाख रूपये एंव सट्टे से जुड़े सारे स्टीमेट के साथ गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश कर दिया। सट्टा कारोबार के संबंध में अन्य जानकारी लेने के लिए दो दिन की रिमांड में लिया है।
माननीय के पूर्व निज सचिव भी दिखे
प्रदेश के बड़े दैनिक अखबार मध्य प्रदेश जनसंदेश ने लिखा कि माननीय की छवि धूमिल करने की उनके निज सचिव रहे राजीव तिवारी ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। माननीय के नाम पर राजीव तिवारी ने जो गुल खिलाये है वो किसी से छुपे नहीं है। अधिकारी से लेकर पूंजीपति तक राजीव तिवारी के आदेश को ही माननीय का फरमान मानते है। सिंधी समाज के अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वालों को माननीय के निज सचिव राजीव तिवारी का हमेशा ही संरक्षण रहा है, इस बात की चर्चा बाजार में आये दिन सुनने को मिलती है। आगे लिखा कि समाज के ठेकेदारो और माननीय के निज सचिव का बड़ा याराना है। सूत्रों ने बताया कि छम्मन सिंधी के पकड़े जाने और सिंधी समाज के कई नामी गिरामियों को सट्टे के कारोबार में नाम उछलने के बाद माननीय के पूर्व निज सचिव शनिवार के दिन सिंधियो की टोली के साथ नजर आए।
पुलिस के कलम की रूकी चाल
पुलिस ने जिस तरह से शुरूआती दौर में जिस उतावले से आईपीएल सट्टा पर कार्रवाई की और 1 करोड़ 29 लाख रूपये बरामद कर रीवा ही नहीं प्रदेश में डंका पीटा लेकिन चंद ही घंटो में पुलिस का उतावलापन उतरते हुए दिखाई देने लगा। बताया जाता है कि सफेदपोश नेताओं और उनके शार्गिदो के दबाव में पुलिस आने लगी। हद तो तब हो गई जब एक माननीय के पूर्व निज सचिव ही सिंधी समाज की टोली के साथ समान थाना जा पहुंचे। बताया जाता है कि जिस तेजी से पुलिस आईपीएल सट्टा के विरुद्ध कार्रवाही कर रही थी वही पुलिस की कलम की अब चाल बदल गई है।