वीरेंद्र सिंह सेंगर (बबली), रीवा। सीएसपी के नेतृत्व में समान एव सिविल लाइन पुलिस जो आईपीएल सट्टे का खुलासा कर करोड़ो रूपये बरामद किये वो रीवा पुलिस के लिए काबिले तारीफ है। लेकिन जो चर्चाएं अब बाजार में चल रही उससे पुलिस की कार्रवाही में उंगली उठनी शुरु हो गई। चर्चा है कि पुलिस सटोरियों को बचाने के लिए मैनेजमेंट में काम कर रही है। वर्षों से चले आ रहे आईपीएल के सट्टे पर रीवा पुलिस ने पहली बार हाथ डाला और सट्टा किंग अमित आहूजा उर्फ छम्मन के गिरेबां में हाथ डाल कर सट्टे के खेल में लगा 1 करोड़ 29 लाख रूपये नगद उगलवा लिया। इससे यह साबित होता है कि रीवा में आईपीएल का सट्टा अपनी जड़े जमा चुका है।
जिसमें फंस कर कई घर-परिवार बर्बाद हो गये, कईयों ने तो अपनी जान भी दे दी होगी, लेकिन इन बातों से पुलिस का दिल नहीं पसीजा, यदि 95 लाख रूपये की फर्जी लूट का मामला सामने न आता तो रीवा पुलिस सट्टा किंग पर हाथ नहीं डालती, बात अई राम गई लगोता हो गई। अब सवाल यह उठता है कि थाना के अंदर से सूत्रों ने जो निकाल कर छम्मन गिरोह के सदस्यों के नाम दिये उन पर पुलिस मेहरबानी क्यों दिखा रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आईपीएल सट्टा के कारोबार में चीकू, सुनील रजानी, समीर आहूजा, प्रदीप कुशलानी उर्फ कल्लू अमित थारवानी, सुरेश वाधवानी, अमन बाधवानी, अमित कोटवानी, केके वर्मा के नाम निकल कर सामने आये है। सोच का विषय यह है कि क्या पुलिस इन पर हाथ डालेगी या फिर इनको आरोपी बनायेगी? यदि हम पुलिस सूत्रों की माने तो समान थाना प्रभारी के नि निर्देश पर पुलिस टीम इन लोगों के घरों का दरवाजा खटखटाने के बाद हाथ पर हाथ रख कर बैठ गई।
बताया जाता है कि एक भी व्यक्ति पुलिस के हाथ लगना तो क्या उनके सुराग तक पुलिस को नहीं लगे। हां इस बात की जरुर बाजार में बड़ी ही तेजी से चर्चा है समाज के ठेकेदार का मुखौटा लगाकर ए अपराधियों को संरक्षण देने वाले ने पुलिस को ही मैनेज कर लिया है। अब इन चर्चाओं में कितनी सत्यता है यह तो जांच का विषय है लेकिन मीडिया में लगातार इस प्रकार के आरोप लग रहे हैं।
राजधानी में पकड़े गये रीवा के सटोरिये
रीवा की ही तर्ज पर राजधानी भोपाल की कोलार थाना पुलिस ने आईपीएल सट्टोरियों का 10 सदस्यी गिरोह पकड़ा। जिसमें से अधिकांश रीवा एंव मऊगंज जिले के युवक शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार 27 मोबाइल सहित 15 सिम कार्ड, 4 लैपटाप, 26 चेक बुक, 48 एटीएम एवं 19 पासबुक के साथ ही 5 रजिस्टर तथा वाईफाई जब्त किया है। पकड़े गये सटोरियो में सूरज साकेत पिता रामहर्ष, बद्री प्रसाद साकेत पिता शंभू प्रसाद, अरूण कुमार साकेत पिता रामकृपाल, पंकज साकेत पिता सुरेश साकेत, कुलदीप साकेत पिता राम प्रताप सभी निवासी पहिलपार थाना गढ़, सुदीप साकेत पिता रतीपाल निवासी लौरी 2 थाना गढ़, प्रदीप साकेत पिता सुमेर साकेत निवासी भदावल थाना गढ़, दिलीप साकेत पिता बुद्धिलाल साकेत निवासी बंधवा भाईबाट थाना नईगढ़ी साथ ही गिरोह के सरगना छग रायपुर विक्की मित्तल और अनिल ललवानी को गिरफ्तार किया है।