विद्यालय संचालकों द्वारा अभिभावकों को किसी निर्धारित स्थान या बुक स्टोर से किताब या अन्य शैक्षणिक सामग्री खरीदने के लिए दबाव बनाया जाता है तो इसके खिलाफ प्रशासन द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए हेल्प डेस्क सेंटर बना दिया गया है। इस सेंटर में अभिभावक शिकायत कर सकेंगे। शिकायत के साथ ही अभिभावकों को प्रमाण भी देना होगा कि उन्हें एक ही बुक स्टोर से किताब खरीदने के लिए दबाव बनाया जा रहा है या फिर एक ही बुक स्टोर में किताबें या अन्य शैक्षणिक सामग्री मिल रही है कहीं और नहीं। प्रमाण मागने के पीछे का कारण गलत शिकायतों में कमी लाना है।
इन्हें बनाया गया नोडल अधिकारी
प्रशासन के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिला हेल्प डेस्क का गठन किया गया है। हेल्प डेस्क का नोडल अधिकारी संगीता त्रिपाठी सहायक सां यिकीय अधिकारी कार्यालय रीवा को बनाया गया है। हेल्प डेस्क नोडल अधिकारी संगीता द्वारा भौतिक या मोबाइल से प्राप्त शिकायतों का पंजीयन कर मामले की जांच करेंगी।
फीस में की जाएगी कमी:कार्यालय जिला शिक्षा अधिकार अधिकारी द्वारा विगत रीवा जिला शिक्षा दिवस 39 निजी वद्यालयों को नोटिस जारी कर पिछले चार वर्षों में की गई फीस वृद्धि की जानकारी मांगी गई थी। इसी कड़ी में विद्यालयों द्वारा की गई फीस वृद्धि में कमी किए जाने की बात कही है। अगर अधिक फीस ले ली गई है तो उसे आगामी फीस में समायोजित किया जाएगा। अधिकतर विद्यालयों द्वारा फीस की समीक्षा की इसमें कटौती किए जाने का आश्वासन दिया गया है। बताया गया है कि ऐसा न करने वाले विद्यालय संचालकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
हेल्प डेस्ट सेंटर बनाया गया है। जिसमें अभिभावक अपनी शिकायत कर सकेंगे। शिकायत के बाद मामले की जांच की जाएगी। विद्यालय प्रबंधन अभिभावकों पर निर्धारित बुक स्टोर से किताबें खरीदने का दबाव नहीं बना सकते। सुदामालाल गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी रीवा