सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now
भगवान शिव का अद्भुत चमत्कार हर वर्ष बढ़ता है, शिवलिंग.!!n
श्रावण मलमास के पावन दिनो में दिव्य भगवान भोलेनाथ के दर्शन.!!
nn
nn
श्रावण और माली मास के पावन दिनों में भगवान शिव की आराधना और दर्शन करने से होती हैं सभी मनोकामनाएं पूर्ण.!!
nn
nn
आज बात करेंगे रीवा से 20 किलोमीटर दूर स्थित खजुहा कला गांव में भगवान श्री भोलेनाथ का मंदिर जो ढूंढेईश्वर नाथ महादेव के नाम से प्रसिद्ध है।
nn
nn
खजुहा कला को खजुहा धाम के नाम से भी प्रसिद्धि प्राप्त है ।
nn
विश्व विख्यात श्री राम हर्षण दास जी महाराज की भजन स्थली ज्ञान स्थली इसी खजुहा धाम आश्रम में विद्यमान है ।
nn
nn
वर्तमान में यहां के पीठाधीश्वर बल्लभ दास जी महाराज हैं।
nn
nn
यहां की महिमा अद्वितीय अविश्वसनीय अकल्पनीय हैं ।
nn
यदि आप भगवान शिव के चमत्कार को देखना चाहते हैं।
nn
nn
तो एक बार यहां जरूर आइए इसका पहुंच मार्ग रीवा सीधी मार्ग से मध्य में रेडियो स्टेशन से लगी रोड की ओर से होते हुए आप इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं ।
nn
nn
मान्यता यह है कि यहां हर वर्ष भगवान शिव का शिवलिंग बढ़ता है ।
nn
शिवलिंग में वृद्धि होती है और यह वास्तविकता है।
nn
nn
nn
आज से कुछ वर्षों पहले इस शिवलिंग का आकार छोटा हुआ करता था ।
nn
nn
बाद में इसका आकार बढ़ जाने के कारण शिवलिंग के चारों ओर की बनी जलाली को तोड़कर के नई जलहरी बनाएगी।
nn
nn
ग्रामीण लोगों की मान्यता यह है कि जब मुगल आक्रांता द्वारा सभी शिव मंदिरों पर आघात करके शिवलिंग को खंडित करना चाहा तो बड़ी-बड़ी काली मधुमक्खियां (भंवर)आकर के इस मंदिर की रक्षा की थी।
nn
nn
इस मंदिर पर प्रहार नहीं हो पाया और और यह और यह शिवलिंग हर वर्ष बढ़ता जाता है।
nn
nn
भगवान शिव की दिव्य महिमा इस मंदिर पर व्याप्त है।
nn
nn
इस मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन भव्य मेले का आयोजन होता है और लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
nn
nn
इस मेले का आयोजन लगभग 8 दिन तक चलता है।
nn
किसी मेले के दौरान समय्या का आयोजन किया जाता है।
nn
जिसमें भगवान श्री राम जी के चरित्र पर नाट्य अभिनय किया जाता है।
nn
nn
वेदों पुराणों भगवान शिव की महिमा का वर्णन अद्वितीय अद्भुत रहा है।
nn
nn
भगवान शिव भोलेनाथ भी कहलाते हैं। भगवान शिव बहुत ही भोले हैं।
nn
nn
भगवान शिव एक लोटा जल से प्रसन्न होने वाले हैं।
nn
nn
सोमवार के दिन भगवान शिव को एक लोटे जल के साथ धतूरा, बेलपत्र, समी का पत्र ,आम की गौर, दूध, गंगाजल आदि से अभिषेक करने पर आप सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ।
nn
nn
इस प्रकार की मंदिरों एवं उनसे जुड़े रहस्य के बारे में जानने के लिए जुड़े रहिए ✍️🗞️विंध्य वाणी न्यूज़📰✍️ के साथ,