रीवा। सोमवार को तीन विधायकों सहित 6 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किया। इसमें दो पूर्व विधायक व एक पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए परचा भरा है। नामांकन पत्र के साथ ही अभ्यर्थियों द्वारा अपने संपत्तियों का ब्यौरा भी दिया गया है। वर्ष 2018 के चुनाव में नामांकन दाखिल करने वाले दो विधायकों के संपत्तियों का अनुपातिक विश£ेषण करें तो यह प्रतीत होता है कि रीवा की तीनो विधायक जिन्होंने सोमवार को नामांकन दाखिल किया है वह ईमानदार हैं। क्योंकि इनकी संपत्ति में कम पत्नियों की संपत्ति में ज्यादा इजाफा हुआ है। हालांकि पत्नियों के नाम पर पतियों से ज्यादा कर्ज भी है। इस तरह कहा जा सकता है कि विधायक बनने के बाद संबंधितों ने अपनी संपत्ति का अंतरण अपनी पत्नियों के नाम कर दिया। वहीं दो पूर्व विधायकों की संपत्ति में इजाफा हुआ है। हालांकि मऊगंज के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना की चल संपत्ति में कमी और स्थावर संपत्ति (जमीन) में बढ़ोत्री हुई है।
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nउल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हो, विधानसभा चुनाव हो या लोक सभा चुनाव। अभ्यर्थिओं को अपनी संपत्तियों का ब्यौरा देना अनिवार्य होगा। 2018 के विधानसभा चुनाव में रीवा विधानसभा क्षेत्र से मंत्री राजेंद्र शुक्ल, रीवा विधानसभा क्षेत्र से ही पूर्व विधायक अभय मिश्रा ने नामांकन दाखिल किया था। सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से केपी त्रिपाठी, सिरमौर से दिव्यराज सिंह व मऊगंज विधानसभा क्षेत्र से सुखेंद्र सिंह बन्ना नामांकन दाखिल किया था। सोमवार को उक्त पांचों अभ्यर्थियों ने फिर नामांकन दाखिल किया है। चार ने अपने पुरानी विधानसभा से ही नामांकन दाखिल किया है लेकिन अभयमिश्रा ने अपना समर क्षेत्र बदलकर फिर सेमरिया चुना है। इन सभी के 2018 के नामांकन पत्र में दिए गए संपत्ति के ब्यौरे और 2023 के नामांकन पत्र के साथ दिए गए ब्यौरे के अनुसार वर्ष 2018 में 32 करोड़ 60 लाख 5 हजार 22 रुपए थी जो पांच साल बाद 2023 में 30 करोड़ 88 लाख, 60 हजार 864 है। इस तरह इनकी संपत्ति में लगभग 1.81 करोड़ संपत्ति कम हुई है। इसी प्रकार सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी की संपत्ति 2018 में 9 करोड़ 53 लाख 77 हजार 13 रुपए थी जबकि 2023 में बढ़कर 10 करोड़ 85 लाख 98 हजार 874 रुपए हो गई। हालांकि 2023 नामांकन में इनकी व्यक्तिगत संपत्ति चार करोड़ के करीब घट गई और पत्नी की इतनी ही बढ़ गई। इनकी पत्नी पांच करोड़ की कर्जदार भी हैं।
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nसिरमौर विधायक व रीवा राजघराने के वारिस दिव्यराज सिंह की बात करें तो 2018 के चुनाव में उनकी संपत्ति 62 करोड़ 28 लाख, 37 हजार 571 रुपए थी जो 2023 में बढ़ कर 74 करोड़ 64 लाख 87 हजार 238 हो गई। हालांकि इसमें पीली कोठी में निर्माणाधीन मॉल व उसमें कर्ज भी है।
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nअब पूर्व विधायक अभय मिश्रा की बात करें 2008 के चुनाव के समय उनकी संपत्ति 29 करोड़ 39 लाख 9 हजार 761 थी जो अब बढ़कर 34 करोड़ 67 लाख 87 हजार 787 हो गई है। इस तरह अभय की संपत्तियों में करीब 5 करोड़ का इजाफा हुआ है। हालंाकि पति-पत्नि दोनों पर करोड़ों का कर्ज भी है। मऊगंज विधानसभा के पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना की संपत्ति बात करें तो 2018 में इनकी संपत्ति दो करोड़ 65 लाख एक हजार 592 रुपए थी जो बढ़ कर 3 करोड़ 60 लाख 60 हजार 860 रुपए हो गई। हालांकि इनके चल संपत्ति में 20 लाख की कमी हुई है और अचल संपत्ति में इजाफा उनके पिता के देहावसान के बाद पुस्तैनी जमीनों के वरिसाने के बाद बढ़ी है।
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nतीन अभ्यर्थियों के पास पिस्टल भी
nनामांकन दाखिल करने वाले तीन अभ्यर्थी राजेंद्र शुक्ल, दिव्य राज सिंह के पास पिस्टल है। अभय मिश्र व उनकी पत्नी नीलम मिश्रा के पास भी पिस्टल है। ऐसी जानकारी नामांकन पत्र में दिए गए शपथ पत्र में दी गई है।
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