रीवा। जिले में आने वाले प्रशासनिक अतिथियों के स्वागत के लिए बनाया गया राजनिवास विश्राम गृह प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हो रहा है। जिले में पीएम से लेकर मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्रियों सहित अन्य अतिथियों का स्वागत करने वाला राजनिवास अब पॉलीथिन के सहारे टिका हुआ है। इसे बजट का अभाव कहें या फिर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही उपेक्षा, लेकिन यह नजारा अतिथियों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि राजनिवास विश्राम गृह में पानी टपकने को रोकने के लिए छप्पर में कवेलू खपड़े की जगह उसे पॉलीथिन से ढंक दिया है, ताकि पानी छप्पर से नीचे न जा सके। ऐसा एक स्थान पर नहीं बल्कि कई स्थानों पर है। पॉलीथिन लगाकर पानी को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
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राजनिवास जैसे भवन में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कराई गई यह व्यवस्था इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रहीं हैं कि क्या रीवा में इतना बजट प्रशासन के पास नहीं है कि राजनिवास में कवेलू खपड़ों से छप्पर को ढंका जा सके और पॉलीथिन का उपयोग किया गया है। वहीं चर्चाओं में इसे अधिकारियों की लापरवाही भी कहा जा रहा है। कहा जा रहा है कि बड़े से बड़े अतिथियों के स्वागत व रुकने के लिए बनाए गए इस राजनिवास भवन में मेंटीनेंस तक अधिकारी नहीं करा रहे हैं।
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अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा की जाती है तो वह नए भवन की तरफ हाथ दिखा देते हैं कि नवीन भवन का निर्माण कराया जा रहा है। सवाल यह है कि जब तक नवीन भवन का निर्माण नहीं हो जाता है तब तक प्रशासनिक अधिकारी क्या राजनिवास विश्राम गृह को पॉलीथिन के सहारे ही रखेंगे और यहां आने वाले अतिथि रीवा के राजनिवास की यह हालत देख इसे रीवा की याद के रूप में संजोएंगे। सोमवार को दो सीएम रीवा में थे जिनका स्वागत करने राजनिवास पहुंचे लोगों ने भी इस नजारे को अपने मोबाइल में कैद किया और तरह-तरह की चर्चा करते रहे।