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जबलपुर। भारतीय रेलवे में अब कहीं भर्तियों तो कहीं टिकट रिजर्वेशन को लेकर हो रहे साईबर अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इसको रोकने के लिए आरपीएफ योजना तो बना रहा है लेकिन रोक पाना वादी चुनौती बन रही है। लिहाजा रेल मंत्रालय ने अपनी जांच एजेंसी आरपीएफ को टैक्निकल अपग्रेड होने के निर्देश जारी कर दिया हैं। ताकि सायबर अपराधियों की तेजी से गिरफ्तार हो सके, इसी तैयारी के बीच में दिल्ली से आरपीएफ के आईजी टैक्निकल बीवी राव जबलपुर पहुंचे और जहां उन्होंने आरपीएफ के अधिकारियों और कर्मियों को सायबर अपराधों से संबंधित जानकारियां भी दी है। n आईजी टैक्निकल ने जबलपुर में आरपीएफ के मंडल मुख्यालय में अधिकारियों और सायबर सैल स्टाफ के साथ लम्बी मीटिंग की है उनके द्वारा करीब दो से तीन घंटों तक चली इस बैठक में कई अहम जानकारियां दी गई है जैसे आईजी ने बताया कि जिस प्रकार से टेक्निक डिवेलप हो रही है उसी प्रकार से साइबर अपराध करने वाले भी अपने आप को अपडेट कर रहे हैं, लिहाजा ऐसे में चुनौती हो गई है कि कैसे रेलवे अपने आपको और यात्रियों को साइबर अपराधियों से बचा सके। n इस दौरान आरपीएफ के जांच अधिकारियों को सायबर फ्रॉड्स को पकड़ने के जानकारी दी गई। इस ट्रेनिंग और मीटिंग को लेकर जबलपुर में आरपीएफ के कमांडेंट अरुण त्रिपाठी ने कहा कि इसमें सायबर अपराधियों से निपटने के लिए आरपीएफ की रणनीतियां तैयार की गईं हैं। बात दें की बीच मे फर्जी टिकट बनाने वाले गिरोह को पकड़ लिया गया था। अब अपनी आईडी से ब्लड रिलेशन के अलावा टिकट बनाने वालो को भी निगरानी की जा रही है।