रीवा। बुधवार को भाजपा विधायक द्वारा लिखित कथित किताब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चरित्र को लेकर टिप्पणी की गई है। मामला भाजपा विधायक से जुड़ा होने के कारण विपक्ष भी सवाल उठा रहा है। इस खबर के साथ ही सोशल मीडिया में भाजपा विधायक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें वह ऐसी किसी किताब की जानकारी होने से इंकार कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि वह कोई किताब नहीं लिखे हैं। लोग चुनाव के समय दुष्प्रचार कर साजिश कर रहे हैं। पूर्व में भी ऐसा ही दुष्प्रचार किया गया था। विधायक ने मामला पंजीबद्ध कराने की बात भी कही है। इस सबंध में विधायक द्वारा दो नंबरों पर संपर्क साधने की कोशिश की गई तो एक बंद था, दूसरे मेंं इनकमिंग कॉल सुविधा नहीं होना बताया जा रहा है।
nभाजपा विधायक की कथित किताब ऐसे समय वायरल हो रही है जब सनातन धर्म पर दक्षिण भारत के एक नेता की टिप्पणी पर बबाल मचा हुआ है और भाजपाई सांसद विपक्षी गठबंधन पर हमलावर। रीवा के भाजपा सांसद ने सनातन के खिलाफ विचारधारा को जमीन में जिंदा गाडऩे तक की बात कही है।
nn
nn
nn
चूंकि भगवान श्रीराम पर टिप्पणी वाली यह किताब भाजपा विधायक द्वारा लिखी हुई बताई जा रही है इसलिए यह मामला और चर्चा का विषय हो गया है।
n दरअसल कहा यह जा रहा है कि यह किताब मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल द्वारा तब लिखी गई थी जब वह बसपा में थे। उल्लेखनीय है कि भाजपा में आने के पहले प्रदीप पटेल बसपा में थे और बसपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके थे। वायरल किताब ‘डॉ अम्बेडकर व पेरियार की दृष्टि में रामÓ के नाम से है। लेखक के परिचय में प्रदीप पटेल का पूरा परिचय और पता तक उल्लेखित है। इस किताब के जो अंश वायरल हो रहे हैं उसमें भगवान श्रीराम को चरित्रहीन और शूद्र के साथ कपटी भी बताया गया है। साथ ही किताब में श्रीराम के पिता राजा दशरथ उनकी माता कौशल्या और सीता पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। वहीं पूरी ब्राह्मण जाति पर आपत्तिजनक बातें लिखी हैं।
nn
nn
nn
nयह किताब विधायक प्रदीप पटेल द्वारा लिखी गई है या नहीं, इसे जागरण प्रमाणित नहीं करता। यह किताब कहां है, किसके पास है, इसकी और प्रतियां किसके-किसके पास है, यदि किताब का प्रकाशन हुआ तो वितरण किसे किया गया, यह जानकारी अप्राप्त है। स्वयं को समाजवादी नेता कहने वाले किसी यश भारती का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह भाजपा पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए किताब की मूल प्रति का प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं। सच्चाई क्या है, जांच बाद ही स्पष्ट होगा। अब सवाल यह है कि यदि उक्त किताब भाजपा विधायक द्वारा लिखी गई है तो पार्टी क्या कदम उठाएगी। क्योंकि भाजपा सनातन धर्म की कोख से जन्मी पार्टी कहलाती है। अयोध्या में रामलला मंदिर के निर्माण से लेकर धार्मिक स्थलों के संरक्षक का सेहरा भाजपा के सिर पर ही है।
n00000
nn