रीवा। विपक्षी गठबंधन इंडिया के दो घटक दलों सपा और आप के राष्ट्रीय अध्यक्ष रीवा आ रहे हैं। एक 18 सितंबर को रीवा शहर में दूसरे 20 सितंबर को सिरमौर में जनसभा व रैली करेंगे। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल व पंजाब सीएम भगवंत सिंह मान 18 सितंबर को एसएएफ चौराहा रीवा व 20 सितंबर को सपा प्रमुख अखिलेश यादव सिरमौर आयेंगे। उल्लेखनीय है कि रीवा को कभी समाजवादियों का गढ़ कहा जाता रहा है लेकिन रीवा में समाजवादी पार्टी अभी तक खाता नहीं खोल पायी है। हालांकि सोशलिस्ट पार्टी से कई नेता विधानसभा की दहलीज तक जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश पड़ोसी राज्य है, यहां पर सपा की कई बार सरकारें बनीं। सीमावर्ती विधानसभा क्षेत्रों से सपा के प्रत्याशी भी जीते लेकिन रीवा में असर नहीं दिखा। आम आदमी पार्टी की बात करें तो वह अभी कुनबा विस्तार में है। दिल्ली में दो बार सरकार बनाने के बाद पंजाब में पूर्ण बहुमत व गुजरात चुनाव में अच्छे परफार्मेंस से आप उत्साहित जरूर है। यह उत्साह जीत में कितना परिवर्तित होगा, भविष्य तय करेगा। ज्ञात हो कि आप और सपा दोनों ने अपने-अपने प्रत्याशी सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से ही उतारे हैं। ज्ञात हो कि सपा हर चुनाव में विधानसभा प्रत्याशी उतारती है।
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इससे उसके वोट प्रतिशत में इजाफा जरूर होता है। पिछले चुनाव में दो विधानसभा क्षेत्रों सिरमौर व गुढ़ में सपा ने अपने मजबूत प्रत्याशी उतारे थे। सिरमौर से भाजपा के बागी प्रदीप सिंह पटना व गुढ़ में कपिध्वज सिंह को उतारा था। कपिध्वज सिंह तो दूसरे नबर पर रहे लेकिन सिरमौर में प्रदीप सिंह पटना विनिंग रेस से दूर रहे। हालांकि चुनाव के बाद दोनों नेता सपा छोड़कर अपना भविष्य संवारने कांग्रेस में आ गए। दोनों अपने-अपने क्षेत्र में दावेदार भी हैं। कांग्रेस किस पर दांव लगाती है, किस पर नहीं, यह तो पार्टी नेतृत्व जाने। आशय यह है कि यहां सपा, भाजपा-कांग्रेस के बागियों को उनकी उपस्थिति दर्ज कराने का काम करती आई है। इस बार पार्टी ने पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी पर दांव अजमाया है। सपा ने सिरमौर से लक्ष्मण को अधिकृत प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार भी दिया है। हालांकि यहां आप ने भी अपना प्रत्याशी उतारा है। पूर्व खाद्यमंत्री की बहू सरिता पांडेय को टिकट दिया है। यहां साइकिल चलेगी या झाड़ू, आगे आने वाला समय बताएगा।
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nलोकसभा के साझीदार विधानसभा में आमने-सामने
nसपा और आप दोनों दल विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दल हैं। लोकसभा चुनाव के लिए दोनों दल साझा रणनीति के तहत चुनाव लड़ेंगे लेकिन विधानसभा चुनाव में दोनों आमने-सामने हैं। सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से दोनों दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा अभी से कर दी है।
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nतो सिरमौर में होगा पंचकोणीय मुकाबला
nरीवा जिले की एक मात्र सिरमौर विधानसभा है जहां पांच राष्ट्रीय दल अपना भाग्य अजमा रहे हैं। तीन दल बसपा, सपा और आप अपने प्रत्याशी उतार चुके हैं। भाजपा से सिटिंग विधायक दिव्यराज सिंह का प्रत्याशी बनना भी लगभग तय है। कांग्रेस अभी ऊहापोह में है। दरअसल बसपा, सपा व आप तीनों दलों ने ब्राह्मण प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। भाजपा से क्षत्रिय प्रत्याशी उतरना लगभग तय माना जा रहा है। इस परिस्थिति में कांग्रेस को प्रत्याशी चयन में मशक्कत करनी पड़ रही है।
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