भोपाल। आन, बान, शान और जर, जोरू, जमीन के लिए किसी का खून बहाने में न हिचकने वाले लोगों के इलाके चंबल में एक प्रेम कहानी परवान तो चढ़ी, लेकिन उसका अंजाम बेहद दर्दनाक रहा। ऐसी कहानी कि जिसे ऑनर किलिंग नाम दिया जा रहा है, क्योंकि प्रेमी जोड़े की हत्या करने की बात लड़की के पिता और भाई ने पुलिस पूछताछ में कबूल की। फिर भी हत्या का मुकदमा अब तक कायम नहीं हुआ है। मामले में पहले दिन से ही अंबाह पुलिस की लापरवाही और अनदेखी चरम पर थी। टीआई विनय यादव से जांच लेकर सब इंस्पेक्टर जितेंद्र शर्मा को सौंपी गई। क्योंकि हत्या के पूर्व मामला पुलिस के संज्ञान में आ चुका था, जिसके बाद भी टीआई ने इसे बेहद हल्के में लिया। सूत्रों की मानें तो रविवार शाम तक पुलिस मामला दर्ज कर खुलासा कर सकती है। मुरैना एसपी शैलेंद्र चौहान से एफआईआर को लेकर बात की तो उन्होंने कहा कि अभी पूछताछ कर रहे हैं। बताया गया है कि लड़की को खत्म करने में जिनका हाथ रहा, वो घटना पूरी तरह क्रॉस मैच हो जाए। क्योंकि डेड बॉडी नहीं हैं तो अभियोजन मजबूती से चलाने के लिए साक्ष्य जुटाने में लगे हैं। एसपी ने स्वीकारा कि करीब 20 लोग राउंडअप हैं। लड़की की तलाश गाजियाबाद, फरीदाबाद उत्तरप्रदेश तक की गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार टीमों को वहा से कुछ नहीं मिला है।
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nमामले में फंसा बड़ा पेच
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क्या केवल लड़के की हत्या करके पिता ने अपनी लड़की को छोड़ दिया या फिर उसे कहीं नातेदारी में छिपा दिया? इसी सवाल को लेकर मुरैना जिले की अंबाह थाना पुलिस भी उलझन में है कि बिना शव मिले आखिर हत्या का मामला कैसे कायम करें, क्या वह अदालत में ठहर पाएगा, क्या दोषियों पर केस सिद्ध हो पाएगा। अंबाह के रतनबसई की रहने वाली 18 वर्षीय शिवानी तोमर पिता राजपाल तोमर के प्रेम संबंध इस गांव से ढाई किलोमीटर दूर बसे बालू का पुरा गांव निवासी 21 वर्षीय राधेश्याम तोमर पिता लाखनसिंह से थे। राधेश्याम चंबल नदी से रेत लेने अपने ट्रैक्टर से रतनबसई गांव होकर गुजरता था, जहां उसकी दोस्ती शिवानी से हो गई। दोनों ने भागकर शादी करने की ठानी। गत मई में दोनों घर से भागकर उत्तरप्रदेश चले गए। जहां से इन्हें पुलिस लेकर आई। लड़की को उसकी मां को सौंपा गया, जबकि लड़का उसके भाई घनश्याम तोमर को दिया। तब लड़की के पिता ने धमकी भी दी थी कि अपने भाई को संभाल लो, लड़की से संबंध न रखे, वरना ठीक नहीं होगा। लड़की के घरवालों की बेहद नाराजगी होने के बाद भी राधेश्याम अपनी प्रेमिका शिवानी को लेकर तीन मई को फिर भागा। उसके बाद से उसका कुछ अता पता नहीं है और लड़की भी नहीं मिल रही। राधेश्याम के भाई घनश्याम ने अपने भाई के गायब होने की सूचना अंबाह पुलिस को दी। जिस पर पुलिस ने शिवानी के पिता राजपाल और भाई शिवा को हिरासत में लिया।
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nगुनाह कुबूल किया, पुलिस उलझी
nराजपाल ने अपने बेटे के साथ मिलकर राधेश्याम व शिवानी को मारकर चंबल नदी में फेंकने की बात पुलिस से कही। फिर बाद में दो अलग-अलग घाट बताने लगे। पुलिस ने 20 किलोमीटर के दायरे में तलाश करा ली, लेकिन चंबल में या बीहड़ में कहीं कोई लाश या खून आदि कुछ भी नहीं मिला।
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nबार-बार बदल रहे बयान
nराजपाल ने पहले जहां लड़का-लड़की को रेहघाट पर मारकर चंबल नदी में फेंकना की बात कही, फिर कहने लगा कि लड़के को रेहघाट और लड़की को भगेश्वरी घाट पर चंबल में फेंका।
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nदेर से सक्रिय हुई पुलिस
nतीन जून के इस मामले में पुलिस ने 15 जून से एक्शन लिया। फिर 24 जून तक भी एफआईआर कायम नहीं हो सकी है। जबकि हत्या करना स्वीकार करने वाले पुलिस की गिरफ्त में हैं। करीब 20 लोगों से गहन पूछताछ भी हो चुकी है, लेकिन नतीजा अभी शून्य ही है। राधेश्याम और शिवानी को जहां मारकर फेंकने की बात सामने आ रही है वहां चंबल नदी में मगरमच्छों की संख्या ज्यादा है। अगर शव उन्हें मिले होंगे तो वे शव अब कभी नहीं मिलेंगे।