भोपाल के कलियासोत और केरवा डेम में दो दिन से चल रही मगरमच्छ और घडिय़ाल की गिनती में 24 मगरमच्छ नजर आ हैं, जबकि घडिय़ाल एक भी नजर नहीं आया। मगरमच्छों में 6 वयस्क हैं और इनकी लंबाई 3 से 9 फीट है। इनके अलावा 10 सब एडल्ट, 4 जुवेनाइल, 4 हेविंग शामिल हैं। पहली बार फरवरी-2022 में हुई गिनती में 22 मगरमच्छ दिखे थे।
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nवन विभाग के अफसरों के अनुसार केरवा-कलियासोत में कई मगमरच्छ और हैं, इसलिए सर्वे की प्रोसेस लगातार चलती रहेगी। वैसे फरवरी में मगरमच्छ जमीन धूप सेंकते हुए मिलते हैं, इस बार गिनती जून में होने से वे पानी में चले गए हैं। इन दोनों वजह से संख्या कम आई है। दो दिन के सर्वे में घडिय़ाल नहीं दिखाई दिए। पिछली बार दो घडिय़ाल देखे थे। भोपाल के केरवा और कलियासोत डेम में 16 और 17 जून को मगरमच्छ और घडिय़ालों की गिनती की गई। कछुए की प्रजाति भी तलाश की गई। मगरमच्छ, घडिय़ाल और कछुए के रहवास, नेस्टींग पाइंट और ब्रीडिंग की ट्रेनिंग, सर्वे और गणना के लिए कार्यक्रम हुआ। इसके बाद पांच टीमें बनाई गईं, जिसने नाव और पैदल भ्रमण करके गिनती की। इसके बाद सदस्यों को सर्टिफिकेट भी बांटे गए। गणना में जलीय जीव विशेषज्ञ डॉ. ऋषिकेश शर्मा, एसडीओ भदौरिया, वन परिक्षेत्र अधिकारी समरधा शिवपाल पिपरदे, तिंसा फाउंडेशन के डीपी श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।
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nजान से न करें खिलवाड़
nकेरवा और कलियासोत ऐसे क्षेत्र हैं जो पर्यटकों के लिए प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं और कई पर्यटक पानी किनारे मस्ती करते हैं या पानी में तैरने चले जाते हैं। इसलिए सावधानी बरतनी जरूरी है, क्योंकि उनकी थोड़ी सी लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती है।