सीधी.रीवा से स्थानांतरित होकर सीधी आये जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा के भ्रष्टाचारों की कलई परत दर परत, दिन-प्रतिदिन खुल रही है। सीधी जिला शिक्षा अधिकारी की पदस्थापना के बाद से ही विवादों की सुर्खियों में बने रहने वाले डॉ. प्रेमलाल मिश्रा के खिलाफ आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश भोपाल ने विभागीय जांच के आदेश दिये है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विभागीय जांच की जिम्मेदारी आयुक्त ने जेडी रीवा को सौंपी है।
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बता दें कि इस आदेश के बाद यह माना जा रहा है कि रीवा में तत्कालीन अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक व वर्तमान प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी सीधी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा 30 मई 2023 को जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि संचालनालय के आदेश क्रमांक/स्था./डी/176/रीवा/ 2022/158-159 भोपाल दिनांक 13 फरवरी 2023 द्वारा प्रेमलाल मिश्रा तत्कालीन अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक रीवा वर्तमान में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी जिला सीधी को मध्यप्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील नियम 1966 के नियम 14 के तहत आरोप पत्र आदि जारी कर 21 दिवस में प्रतिवाद मांगा गया। आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश में प्रेमलाल मिश्रा द्वारा प्रस्तुत प्रतिवाद का प्रशिक्षण किया गया। प्रकरण प्रथम दृष्टिया कपटपूर्ण आहरण कराकर वित्तीय अनियमितता करने के साथ.साथ शासन को वित्तीय हानि पहुंचाने का है।
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आदेश में कहा गया है कि प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए विस्तृत जांच अति आवश्यक है। प्रेमलाल मिश्रा से प्राप्त प्रतिवाद असमाधानकारक होने के कारण मध्यप्रदेश सिविल सेवा अधिनियम 1966 के नियम 14 के तहत विभागीय जांच संस्थित करने का निर्णय लिया गया है। कुल मिलाकर आयुक्त द्वारा जारी आदेश के बाद प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी सीधी के विरूद्ध लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए संयुक्त संचालक लोक शिक्षण रीवा संभाग रीवा को जांचकर्ता अधिकारी एवं सहायक संचालक कार्यालय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण रीवा संभाग रीवा को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है। सीधी जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा के खिलाफ 11 लाख रुपए के खयानत के आरोप में नोटिस जारी कर 21 दिन के अंदर लिखित जवाब मांगा गया है। बताया गया है कि यह अनियमितता उनके द्वारा डीईओ कार्यालय रीवा में रमसा प्रभारी रहते हुए की गई है।
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तत्कालीन आयुक्त अभय वर्मा ने जांच दल का गठन किया था। जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि रमसा प्रभारी ने 16 लाख 87 हजार 184 रुपए की सामग्री की खरीदी की है। बिल वाउचर की जांच की गई। जहां सिर्फ चार लाख 14 हजार 647 रुपए सामग्री खरीदी के बिल का मिलान हो पाया। शेष 11 लाख 92 हजार 537 रुपए खरीदी के कोई दस्तावेज व सामग्री नहीं मिली। जांच टीम के प्रतिवेदन के आधार पर तत्कालीन लोक शिक्षण आयुक्त अभय वर्मा ने वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी सीधी पर 11 लाख 92 हजार 537 रुपए खयानत का आरोप मानते हुए विभागीय जांच संधारित की है।