Gross negligence in Rewa Collectorate! The city is sold now in preparation
रीवा। कलेक्ट्रेट में लोहे के गाटर से रेस्टोरेंट बन रहा है। यह काफी हाउस रेस्टारेंट कहीं मौत का काफी हाउस न बन जाए। इसके निर्माण में ही बड़ी लापरवाही सामने आई है। बिना 33 केवी और एलटी लाइन हटाए ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।कुछ फीट ऊपर से तार गुजरा है और नीचे लोहे का गाटर बिछा दिया गया है। किसी भी मजदूर या व्यक्ति को करंट लग सकता है। इतनी बड़ी लापरवाही पर भी अधिकारियों ने चुप्पी साधी हुई है। ज्ञात हो कि कलेक्ट्रेट परिसर की जमीन को भी निजी हाथों में देने की शुरुआत हो गई है।
कलेक्ट्रेट मेंबस स्टैण्ड के तरफ की कोने की जमीन को इंडियन काफी हाउस को रेस्टोरेंट तैयार करने के लिए दे दिया गया है। रेस्टोरेंट का निर्माण जोरों पर है। इस रेस्टोरेंट केनिर्माण में नियमों को दरकिनार कर दिया गया है। मामला कलेक्ट्रेट परिसर का है। इसलिए सभी ने चुप्पी साध रखी है। हद तो यह है कि पूरा स्ट्रक्चर की लोहे के गाटर पर खड़ा हो रहा है। फर्स से लेकर छत, पिलर सब कुछ लोहे का है। इसके बाद भी लोगों की जान जोखिम में डाली जा रही है।
जिस जगह पर स्ट्रक्चर बनाया जा उसकेतीन तरफ से बिजली के तार गुजर रहे हैं। एलटी लाइन तो इनके स्ट्रक्चर से छूटकर निकल रहा है। इसके अलावा 33 केवी का तार कुछ ही फीट ऊपर से निकल रहा है। इसकी चपेट में कोई भी कर्मचारी, मजदूर या फिर रेस्टारेंट आने वाला कस्टमर भी आ सकता है। इस लापरवाही की यहां अनदेखी हो रही है।
शहर बिक गया…
पुर्नयनत्वीकरण योजना के तहत शहर की सभी सरकारी जमीनें बिक गई है। जो बची हैं, उन्हें भी निजी हाथों में देने की तैयारी चल रही है। कलेक्ट्रेट परिसर ही बचा था। अब उसे भी निजी निवेश में देने की शुरुआत हो गई है। इंडियन काफी हाउस को रेस्टारेंट बनाने के लिए दे दिया गया है। फिलहाल इंडियन काफी हाउस के लिए स्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। अभी कलेक्ट्रेट परिसर से ही यहां आना जाना है। इसके तैयार होने के बाद संभव है कि मुख्य मार्ग से भी सामने की तरफ से इसे खोल दिया जाएगा। इससे कलेक्ट्रेट के दीवार इंडियन काफी हाउस के लिए ब्रेक कर दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो इसके लिए अनुबंध किया गया है।