Fraud in Rewa! An employee was separated from service:रीवा। नागरिक आपूर्ति निगम में धान मिलिंग फर्जीवाड़ा मामले में मिलिंग प्रभारी को नोटिस थमाया गया है। मिलिंग प्रभारी पर मिलरों का चावल फर्जी तरीके से फेल कराने का भी आरोप लगा है। इस मामले में सर्वेयर की नौकरी भी चली गई।
दरअसल जिला नागरिक आपूर्ति कार्यालय रीवा में मिलिंग का प्रभारप्रियांश पाठक को दिया गया है। का आवंटन व सीएमआर चावल कराने के साथ ही रैंक परिवहन धान जमा आदि की जिम्मेदारी मिलिंग प्रभारी प्रियांश प्राठक को ही दी गई है। शिकायत की गई थी मिलिंग प्रभारी द्वारा मनमानी तरीके से कार्य किया जा रहा है। इस पर नान जिला प्रभारी व अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी द्वारा मिलिंग प्रभारी प्रियांश पाठक को नोटिस जारी की गई थी।
अपर कलेक्टर के अवकाश पर जाने पर विपणन संघ प्रभारी शिखा वर्मा को यह प्रभार दे दिया गया। शिखा वर्मा के प्रभार होने के बावजूद प्रियांश पाठक द्वारा द्वारा मनमानी नोट सीट चलाने के आरोप हैं। महावीर राइस मिल संचालक ने आरोप लगाया है कि उसके चावल को जान बूझकर फेल किया गया है। इसके लिए उन्हें पैसा मांगा जाता है। नहीं देने पर फेल कर दिया गया। प्रभारी नान जिला प्रबंधक द्वारा जेपी गोदाम के सर्वेयर अतुल दीक्षित के खिलाफ संबंधित आउट सोर्स कंपनी को कार्रवाई हेतु पत्र लिखा। जिस पर कंपनी सर्वेयर को सेवा से पृथक कार्रवाई के साथ ही उससे जवाब मांगा।
जिस पर चौकाने वाला तथ्य समाने आया है। जवाब में सर्वेयर अतुल दीक्षित ने बताया किउसके द्वारा चावल फेल नहीं किया गया। बल्कि दवाब बनाकर मिलिंग प्रभारी प्रियांश पाठक ने उसकी आइडी व पासवर्ड लेकर मनमानी तरीके से फेल किया है। सर्वेयर के खुलासे के बाद नान में मिलिंग के नाम पर चल रहे बड़े खेल का खुलासा हुआ है। उल्लेखनीय है इसके पहले अपर कलेक्टर व नान प्रभारी के डिजिटल हस्ताक्षर का दुरपयोग किए जाने का भी मामला सामने आया था जिसमें उन्होंने नोटिस जारी किया था।
इससे साबित होता है कि नान में चहेतों के लिए दूसरा नियम और अन्य के लिए दूसरा नियम है। जारी नोटिस में अपर कलेक्टर ने परवीक्षा अवधि बढ़ाने व निलंबन कार्यवाही की बात कही है। देखना यह है कि परिवीक्षा अवधि में इस तरह का फर्जीवाड़ा करने वाले कर्मचारी के खिलाफ क्या कार्यवाही हो सकती है।