For the first time in Rewa's super specialty, a patient's heart was treated with 'alcohol', hence the need
विंध्य वाणी रीवा। सुपर स्पशलिटी अस्पताल के ह्द्य रोग विभाग ने एक नया कीर्तिमान विभागाध्यक्ष डॉ.व्हीडी त्रिपाठी के नेतृत्व में रचा है। पहली बार विभाग में एन्कोहल सेप्टल एबलेशन के माध्यम मरीज का उपचार किया गया है। अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ हैं। यह प्रक्रिया बीते एक सप्ताह में कई मरीजों में अपनाकर उनका सफल ईलाज किया गया। इस संबंध में विभागध्यक्ष डॉ.व्हीडी त्रिपाठी ने बताया कि एल्कोहल सेप्टल एबलेशन प्रक्रिया से मरीज का उपचार करने की अवश्यकता उस स्थिति में पड़ती है। जब मरीज के ह्द्य की मांसपेशिंया मोटी हो जाती है। ऐसी स्थिति में मरीज को इन मांसपेशियों को नष्ट करने के लिए इस प्रक्रिया की अवश्यकता होती है। इस प्रक्रिया को सुपर स्पेशलिटी में शुरु कर दिया गया है, जिसमें सफल प्रोसिजर मरीजों का किया गया। अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इस सफल प्रोसिजर को करने में विभागाध्यक्ष डॉ.व्हीडी त्रिपाठी सहित सहायक प्राध्यापक डॉ.अवनीश शुक्ला द्वारा किया गया। इसमें कैथ लैब टेक्रीशियन जय, मनीष, सत्यम, सुमन, सुधांशु एवं नर्सिंग स्टाफ का सहयोग रहा।
तीन प्रोसीजर से मिलती है राहत
बता दें कि ह्द्य की नश मोटी होने पर इन नशों को तीन तरह से बैलेंस किया जाता है। जिसमें एक प्रक्रिया तो सर्जरी के माध्यम से नशों को पतला करना या फिर एक मेडिसिल जो भारत में उपलब्ध नहीं है उसको खाने से नशे पतली हो जाती हैं और तीसरा यह है कि एल्कोहल सेप्टल एबलेशन के माध्यम से उन नशो को नष्ट कर दिया जाए। सुपर स्पेशलिटी के चिकित्सकों के पास इन तीन प्रक्रिया में यही प्रक्रिया अपनाना सरल रहा। क्योंकि सर्जरी के लिए अभी तक प्रदेश में किसी संस्थान में व्यवस्था नहीं है।
बीमारी से यह समस्या
हाइपर ट्राफिक कार्डियोमायोपैथी बीमारी में ह्द्य की नशे मोटी हो जाती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में बड़ा परिवर्तन होता है और इससे पीडि़त मरीज से हार्ट फेलियर, सांस फूलना, चलने में दिक्कत, छाती में दर्द जैसे कई समस्याएं आती हैं। कई बार इसके लक्षण भी नहीं दिखते हैं और मरीज को यह बीमारी होती है।
एल्कोहल सेप्टल एबलेशन प्रक्रिया से मरीज के उपचार की शुरुआत सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शुरु कर दी गई है। मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। इस प्रक्रिया को मांसपेशियां मोटी होने पर उन्हें नष्ट करने के लिए किया जाता है।
डॉ.व्हीडी त्रिपाठी, विभागध्यक्ष ह्द्य रोग विभाग सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रीवा।
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