महाराजपुर। जिले की राजनगर और नौगांव जनपद पंचायतों पर करोड़ों रुपए के फर्जी भुगतान किए जाने का आरोप अधिवक्ता वरुण अरजरिया द्वारा लगाया गया है। श्री अरजरिया ने फर्जी भुगतान के साक्ष्य जिला पंचायत सीईओ तपस्या परिहार, राजनगर जनपद के सीईओ राकेश शुक्ला, नौगांव जनपद के सीईओ हरीश केसरवानी और नौगांव एसडीएम विशा माधवानी को देते हुए जांच कर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की है। सभी अधिकारियों ने जांच के बाद कार्यवाही करवाने की बात कही है। अधिवक्ता वरुण अरजरिया के मुताबिक नौगांव जनपद अंतर्गत आने वाली महाराजपुर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत पुर मऊ, सैला, मुखर्रा, मटौंधाबेसन, टटम, मनकारी, गौरारी, नुना, सिंदुरखी, गुरसारी, ऊजरा और मटौंधा चौबन में भवन निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री के नाम पर फर्जी भुगतान किए गए हैं।
यह भुगतान ऐसे लोगों के नाम पर हुए हैं, जिनके पास इस तरह की सामग्री है ही नहीं। इसके अलावा जिन्होंने कभी मजदूरी का कार्य नहीं किया उन्हें मजदूरी का भुगतान किया गया है, जिनके पास मिठाई की दुकान नहीं है उन्हें मिष्ठान का भुकगतान किया गया है। इसी तरह जनपद पंचायत राजनगर की ग्राम पंचायत ललपुर, तिलोंहा, परा, कोटा, पाय, हकीमपुरा, नांद, डहर्रा, बम्होरी बहादुर जू, बांदनी, पहरा, सेंवडी, तालगांव, बरा, उमरया, डिगोनी, पथरया, बिला सहित अन्य कई पंचायतों में कम्प्यूटर, बिल्डिंग मैटेरियल, मिष्ठान, मजदूरी, कारीगर, साफ-सफाई, फर्नीचर सहित अन्य सामग्री के फर्जी भुगतान किए गए हैं। यहां की पंचायतों में एक ही व्यक्ति को लगभग हर काम और हर सामग्री का भुगतान किया जा रहा है।