During vehicle checking, the police station in-charge caught the collar of the young man and was seen dragging him:रीवा। जिले की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। हालात यह हैं कि अपराधियों को तो पुलिस पकड़ नहीं पा रही है और अब आमजन को परेशान करना भी शुरु कर दिया है। रविवार को सोशल मीडिया में वॉयरल हुए वीडियो ने हड़कंप मचा दिया। पुलिस की अभद्रता इस वीडियों में साफ दिख रही है। युवक का कालर पकड़कर टीआई उसे घसीटते हुए दिख रहे हैं, जबकि युवक ने कोई अपराध नहीं किया बल्कि वाहन चेकिंग के दौरान का यह वीडियो है। इस बात को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। जानकारी के मुताबिक विवि थाना अंर्तगत अजगरहा बाईपास में पुलिस वाहन चेकिंग कर ही थी। इसी दौरान एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया। वॉयरल वीडियो में दिख रहा है कि थाना प्रभारी ने अप शब्दों का प्रयोग करना शुरू कर दिया। युवक बार-बार कहता रहा कि वह अपराधी नहीं है जैसा की वीडियो में थाना प्रभारी अति उत्साह में दिख रहे हैं। हर हाल में उस व्यक्ति को थाने ले जाने का प्रयास करते देखे जा रहे है। कॉलर पकड़कर युवक को खींचते हुए थाना प्रभारी दिख रहे हैं। हालांकि दैनिक जागरण इस वॉयरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता कि यह किसने बनाया और किन परिस्थितियों में बना है।
नशे में था युवक : थाना प्रभारी अतुल त्रिपाठी का आरोप है कि वाहन चेकिंग के दौरान युवक को पकड़ा गया तो वह नशे में था, पुलिस कर्मियों से बत्तमीजी कर रहा था जिसकी जानकारी मिली तो वह स्वयं पहुंच गए लेकिन युवक ने उन्हें भी धमकाना शुरु कर दिया और वर्दी उतरवाने की धमकी देने लगा। जिसके बाद उसे पकड़ा गया लेकिन वह थाने जाने को तैयार नहीं था, जिससे उसे जबरन लाने का प्रयास किया गया और चालान काटकर उसे छोड़ दिया गया।
क्यों नहीं दर्ज हुआ मामला? : वहीं थाना प्रभारी के आरोप के बाद सवाल यह उठ रहा है कि युवक नशे में था तो उसका मेडिकल परीक्षण क्यों नहीं कराया गया और उस पर मामला क्यों नहीं दर्ज किया गया। ऐसे में उनका आरोप निराधार बताया जा रहा है। बड़ी बात यह है कि अब थाना प्रभारी के लिए भी अपने आरोपों को सिद्ध करना मुश्किल होगा।
वर्दी उतारने की दी थी धमकी
जानकारी के अनुसार वाहन चालक को हेलमेट न पहनने के कारण रोका गया था। युवक ने वाहन रोकने पर अभद्रता की और पुलिसकर्मी की वर्दी उतारने की बात कही। इस पर बात बिगड़ गई। टीआई ने कालर पकड़ कर खींचते हुए थाना ले जाने लगे। पास ही लोगों की भीड़ लग गई थी। मामला थोड़ा बिगड़ता देख थाना प्रभारी भी परिस्थिति के अनुसार वहां से चलते बने।