रीवा. शहर में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे रोकने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। न केवल चोरी, बल्कि लूट, हत्या की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। कई अंधी हत्याओं की गुत्थी अब तक नहीं सुलझ सकी है। बेखौफ बदमाश जहां लूट और अन्य वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, वहीं चोर शहर में किसी न किसी स्थान से वाहन पार करने और मकानों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अप्रैल माह में हुई वारदातों पर नजर डाली जाए तो शहरी थाना क्षेत्रों में बदमाश लूट, हत्या, हत्या का प्रयास व चोरी की वारदातों को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं, दूसरी ओर पुलिस के हाथ खाली हैं, संदेहियों को उठाकर पुलिस हाथ पांव मार रही है।
घटना के बाद पुलिस कार्रवाई औपचारिकता बन कर रह गई है। नतीजतन अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। पुलिस अधिकारी कार्रवाई के नाम पर संबंधित क्षेत्रों में गश्त करने का दावा कर रहे हैं। चुनाव के चलते फ्लैग मार्च रोजाना निकल रहा है, लेकिन बदमाशों पर इसका खौफ नहीं है। लोगों का कहना है कि रात्रिकालीन नियमित गश्त में कमी के कारण छीना-झपटी व चोरी की घटना हो रही हैं। महिलाएं, लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। अपराधी दिनदहाड़े गोली चलाने से गुरेज नहीं करते हैं। समान थाना क्षेत्र में बिजली विभाग के कर्मचारी के सीने में बदमाशों ने गोली मारी थी। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के बीहर नदी में हाथ-पैर बंधी लाश मिली जिसकी पहचान ही पुलिस नहीं कर सकी। इसके साथ ही चोरहटा थाना क्षेत्र के गोड़हर मोड़ में आरओबी के पास खुले मैदान में युवक का बेरहमी से हत्या कर फेंका गया शव मिला। बहरहाल पूरे मामले में पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है, जिससे इन घटनाओं का खुलासा पुलिस के लिए चैलेंज बना हुआ है।
हीरालाल हत्याकांड बना चुनौती
शहर के चोरहटा थाना क्षेत्र के गोड़हर मोड़ के समीप रेलवे की खाली जमीन पर लहुलुहान हालत में रविवार सुबह युवक का शव मिला था। बदमाशों ने बड़ी ही बेरहमी से हीरालाल की हत्या की थी। अर्धनग्र हालत में मिले शव के परीक्षण में गुप्तांग कटा मिला वहींं धारदार हथियार से गला रेतने के निशान भी मिले थे। दो दिन बाद भी पुलिस हवा में आरोपियों को खोज रही है। विदित हो कि हीरालाल कोल पिता जानकी कोल 45 वर्ष निवासी खैरा पुरानी बस्ती थाना चोरहटा का शव मिला था। चोरहटा पुलिस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला पंजीबद्ध कर उनकी तलाश कर रही है, लेकिन हत्यारे अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे है।
18 को बीहर नदी में मिली थी हाथ पैर बंधी लाश
शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत बीहर नदी में 18 अप्रैल को हाथ पैर में रस्सी बंधी लाश मिलने से हड़कंप मच गया था। युवक की हत्या की गई थी। पुलिस अब तक मृतक की पहचान ही नहीं कर सकी। शव को दफन करवा दिया गया है। फोटो से पुलिस शिनाख्तगी का प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक पहचान नहीं हो सकी। मृतक के हाथ और पैर बंधे हुये थे, जिससे साफ जाहिर होता है कि अज्ञात आरोपियों ने उसे मौत की नींद सुलाने पूरी घटना को अंजाम दिया है। लेकिन आरोपियों तक पहुंचना तो दूर अब तक मृतक की पहचान हीं नहीं हो सकी।
सोहागी व जनेह में भी अज्ञात लाशों की नहीं हो सकी शिनाख्त
जनवरी माह में जनेह थाना क्षेत्र के घटेहा के जंगल में एक अज्ञात महिला की लाश मिली थी, करीब 4 माह बाद भी महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी है, गला घोंटकर महिला की बदमाशों ने हत्या की थी। इसके साथ ही सोहागी थाना क्षेत्र में करीब तीन वर्ष के मासूम बालिका का शव भी टमस नदी में मिला था, लेकिन अब तक यह घटना रहस्य बनकर रह गई है।
चोरी की घटनाएं भी तोड़ रही रिकॉर्ड
पुलिस का एक माह रिकॉर्ड देखें तो आए दिन बाइक चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसके अलावा घरों में चोरी के साथ ही लूट की वारदात भी प्रकाश में आ रही हैं, बैकुंठपुर, विश्वविद्यालय व रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र में हुई लूट की वारदात का अब तक खुलासा नहीं हो सका है, बाइक सवार दंपति के साथ बैंक से पैसा निकालकर घर जा रहे लोगों को बदमाश अपना निशाना बना रहे हंै, वहीं पुलिस के हाथ ये बदमाश नहीं लग रहे।
बिजली विभाग के एई दिनेश तिवारी निवासी इंद्रा नगर 22 अप्रैल की शाम खरीदी के लिए वीटू मॉल गए हुए थे, जैसे ही वो मॉल से बाहर निकले उनके सीने में गोली लग गई। बदमाश घटना के बाद मौके से फरार हो गए। समान पुलिस ने आनन फानन में कुछ संदेहियों को पकड़ा लेकिन अब तक मुख्य आरोपी तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है, वारदात कैसे और किन परिस्थितियों में हुई इसका खुलासा अब तक पुलिस नहीं कर सकी है।
घायल एई की हालत में सुधार
मिनर्वा अस्पताल द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिंग के अनुसार बन्दूक की गोली लगने से गंभीर रूप से घायल नेहरू नगर निवासी एई दिनेश तिवारी का स्वास्थ्य स्थिर है। गोली काफी अंदर तक धंस गई थी, हॉस्पिटल लाने से पहले अत्यधिक रक्तस्राव हो चुका था। गंभीर हालत में उन्हें मिनर्वा हॉस्पिटल लाया गया। अस्पताल की डॉक्टरों की टीम डॉ.सिद्धार्थ सिंह एवं डॉ.अखिलेश डॉ अभिषेक मिज, डॉ. शिरीष मिश्रा एवं डॉ.धर्मेश पटेल व मिनर्वा हॉस्पिटल टीम के अथक प्रयासों से कई घंटे चले ऑपरेशन में काफी अंदर पहुंच चुकी गोली को सफलतापूर्वक निकाल दिया गया है। अभी पेशेंट की स्थिति स्थिर है, उनका ब्लड प्रेशर सामान्य बना हुआ है। उन्हें स्वास्थ्य की सुरक्षा की दृष्टि से वेंटिलेटर पर रखा गया है।