Criminal mind Rewa’s blackmailer Neha, who wore Sadhvi’s attire, made Bhopal a new base! False cases have been filed against 42 people:भोपाल/रीवा। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के ओएसडी रहे डॉ. को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर की मांग कर रही रीवा की शातिर युवती नेहा त्रिपाठी को हबीबगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ब्लैकमेल करने के लिए वह अधिकारियों के पास खुद को समाजसेवी, साध्वी, पत्रकार बनकर मिलती है। इसके पीछे उसका मकसद अधिकारी के आफिस में अपनी मौजूदगी दिखाना होता है। जिससे कि पुलिस की जांच में यह सामने आ सके कि वह घटना का समय जो बता रही उस समय उसकी मौजूदगी संबंधित जगह थी। पुलिस के मुताबिक, ई-100-47 निवासी 44 साल के डॉ. जीवन रजक मध्यप्रदेश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में अवर सचिव के पद पर पदस्थ हैं।
इससे पूर्व वह मंत्री तुलसी सिलावट के विशेष सहायक के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि मंत्री के ओएसडी रहते समय 24 मई 2023 को वार्ड-41 हनुमान मंदिर बिछिया रीवा निवासी नेहा त्रिपाठी एक शिकायती आवेदन मंत्री को संबोधित करते हुए उन्हें दी। शिकायत में उसने उनके कार्यालयीन स्टाफ लक्ष्मीकांत उपाध्याय पर एक वर्ष से मानसिक, शारीरिक शोषण, आर्थिक ठगी के आरोप लगाए। इसके बाद नेहा 13 जुलाई 2023 को एक अन्य शिकायत दी। इसमें उसने जीवन सिंह रजक, लक्ष्मीकांत उपाध्याय के खिलाफ शारीरिक एवं आर्थिक शोषण के आरोप लगाए।
मंत्री के सामने आरोपों से मुकर गई
21 जुलाई को वह मंत्री तुलसी सिलावट को लिखित आवेदन देते हुए लक्ष्मीकांत उपाध्याय के ऊपर लगाए गए आरोपों को वापस ले लिया। उसने आवेदन में बताया कि उसने यह आरोप एक व्यक्ति के बहकावे में आकर लगा दिए। मंत्री को दिए आवेदन में उसने लक्ष्मीकांत उपाध्याय से अपने संबंध अच्छे बताए। जबकि विकास तिवारी, विमलेश, गाड़ी वाले जैन के ऊपर अश्लील हरकतें किए जाने के आरोप लगा दिए।
11 कर्मचारियों को ब्लैकमेल का प्रयास
नेहा के निशाने पर अकेले डॉ. रजक ही नहीं रहे। उसके आरोपों से परेशान मंत्री के 11 कर्मचारियों ने 20 जून 2023 को नेहा के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने, अड़ीबाजी कर पैसे मांगने की शिकायत सहायक पुलिस आयुक्त हबीबगंज से की थी। नेहा को इसकी जैसे ही भनक लगी वह इसका बदला लेने के लिए 24 नवंबर 2023 को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, वरिष्ठ पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए डा. रजक, लक्ष्मीकांत उपाध्याय, विकास तिवारी, विमलेन्द्र खातर, अरुण शुक्ला के खिलाफ फिर से अश्लीलता, छेड़खानी, शारीरिक शोषण करने के आरोप लगाते हुए शिकायत कर दी। वह दो करोड़ की मुआवजा राशि दिलवाने की मांग की।
4 केस में वह खुद आरोपी
नेहा के खिलाफ रीवा के गोविंदगढ़, भोपाल के हबीबगंज में 4 प्रकरण दर्ज हैं। यह क्रिमिनलमाइंड की है। रीवा में कुळ्यात होने के बाद वह लोगों को ब्लैकमेल नहीं कर पाती। ऐसे में उसने नया अड्डा भोपाल को बनाया था। ट्रेन से वह सुबह रीवा से भोपाल आ जाती है। दिनभर शिकार ढूढ़ने के बाद रात में वापस रेवाचंल एक्सप्रेस से रीवा पहुंच जाती है।
साल 2016 से ब्लैकमेल में सक्रिय
नेहा त्रिपाठी साल 2016 से अपराध में सक्रिय है। उसके खिलाफ पहला अपराय साल 2016 में गोविंदगढ़ रीवा में दर्ज हुआ था। इसके बाद सिलसिलेवार उसका अपराध में नाम आता रहा। वह लोगों से पीड़ित बनकर मिलती है।
रजक के संघर्ष पर बनी डाक्यूमेंट्री
डा. रजक के पात्र जीवन के संघषों कीडाक्यूमेंट्री फिल्म बन चुकी है। वह काफी संघर्ष कर इस मुकाम तक पहुंचे हैं। डा. रजक साहित्यकार भी हैं। उन्होंने बताया कि नेहा ने उन्हें काफी मानसिक प्रताड़ित किया। जबकि, उससे वह कभी नहीं मिले।
2 करोड़ नहीं मिलने पर डा. रजक को बदनाम करने की दी धमकी
2 करोड़ रुपए नहीं मिलने पर वह डा. रजक को फोन कर उन्हें बलात्कार का झूठा प्रकरण दर्ज करवाकर जेल भिजवा देने की धमकी देने लगी। इसके साथ ही उनके बंगले के बाहर जाकर आसपड़ोस के लोगों को झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करना शुरू कर दिया। जब रजक ने उसकी शिकायत करने की बात कही तो वह खुद पुलिस अफसरों के पास पहुंच गई। अफसरों से भी वह उन्हें बदनाम करने की कोशिश में जुटी रही।
नेहा रीवा में बदनाम हुई तो भोपाल को बनाया अड्डा
नेहा में रीवा में ब्लैकमेल के लिए कुख्यात है। वह ग्राम डीह पोस्ट खजुआ के 38 लोगों पर रेप, छेड़छाड़ का मामला दर्ज करा चुकी है। जेएमएफसी श्याम सुंदर झा की कोर्ट ने नेहा के परिवाद को निरस्त कर दिया था। इसके अलावा थाना गोविंदगढ़ रौवा, थाना सिविल लाइन रीवा, थाना बिछिया में वह अलग-अलग 4 केस इसी तरह दर्ज करा चुकी है।