रीवा। 30 अप्रैल को स्कूलों में छात्रों की कक्षाएं संचालित हुई । 1 अप्रैल से गर्मी की छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं सरकारी स्कूलों के साथ ही प्राइवेट स्कूलों ने भी ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। अब डेढ़ महीने छात्रों की बल्ले-बल्ले रहेगी। हालांकि शिक्षकों का अवकाश सिर्फ एक महीने ही रहेगा। ज्ञात हो कि गर्मी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। तापमान आसमान पर पहुंच गया है। 30 अप्रैल को स्कूलों में कक्षाओं का संचालन हुआ।
इसके बाद 1 मई से अवकाश घोषित कर दिया गया है। सरकारी स्कूलों के साथ ही प्राइवेट स्कूलों में भी अवकाश घोषित कर दिया गया है। स्कूलों में डेढ़ महीने की बच्चों की छुट्टियां घोषित की गई है। डेढ़ महीने बच्चों की बल्ले-बल्ले रहेगी। इस दौरान हालांकि कई स्कूलों में समर क्लासेस की भी शुरुआत कर रहे हैं। गर्मी में बच्चों को अतिरिक्त एक्टिविटी में हिस्सा लेने के लिए भी ऑफर दिया जा रहा है। हालांकि शिक्षकों को छोत्रों की तुलना में कम ही अवकाश मिलेगा। शिक्षकों को सिर्फ एक महीने का ही अवकाश दिया गया है।
बाहर जाने की तैयारी में जुट गए अभिभावक
गर्मी की छुट्टियां शुरू होते ही अभिभावकों ने बच्चों के साथ बाहर जाने की प्लानिंग भी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव के तहत रीवा में वोटिंग भी हो गई है। अब सिर्फ मतगणना ही शेष रह गया है। मतगणना भी जून में होना है। ऐसे में एक महीने का समय घूमने फिरने में बिताने का अभिभावक सोच रहे हैं। कई तो हिल स्टेशन पर जाने की भी तैयारी में हैं। हालांकि बाहर जाने वालों में सरकारी कर्मचारी थोड़ी असमंजस में फंसे हुए हैं। आचार संहिता के कारण जिला मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगी है। सरकारी कर्मचारी भले ही चुनाव के कारण बाहर न जा पाएं लेकिन प्राइवेट कर्मचारी बच्चों के साथ हिल स्टेशन पर जाने की तैयारियों में जुट गए हैं।