नई दिल्ली. अभी हालही में ये खबर निकल कर सामने आई है। जिसमें भारत सरकार द्वारा बहुत ही जल्द NCERT में भगवत गीता के कई श्लोक को शामिल कर दिया जाएगा। अब इसको लेकर कई लोग विरोध भी कर रहे है। क्योंकि उनका मानना है कि इसका सीधा असर धर्मनिरपेक्षता पर पड़ेगा, भगवत गीता हिंदू धर्म से संबंधित है। विंध्य वाणी न्यूज📝 आपको जानकारी के लिए बता दे कि अभी हालही में केंद्र सरकार ने लोकसभा में कहा कि NCERT की जो 6th और 7th की टेक्स्ट बुक है उसमे धीरे -धीरे वेदों का ज्ञान दिया जाएगा और 11th और 12th की किताबो में संस्कृत श्लोक के साथ गीता का ज्ञान दिया जाएगा। आपको याद होगा अभी हालही में हमारे देश में आई थी एक एनसीपी ( National Education Policy) जिसके पैराग्राफ 4.27 में ये बात साफ साफ लिखी है कि ट्रेडिशनल भारतीय ज्ञान को बढ़ावा दिया जाएगा। जैसा कि आप सभी जानते है कि अमेरिका में बहुत से स्टेट है जहां बाइबल का ज्ञान दिया जाता है लेकिन हमारे देश में संपूर्ण गीता को शामिल नहीं किया जाएगा बल्कि कुछ श्लोक को शामिल किया जाएगा। विंध्य वाणी न्यूज 📝आपको जानकारी के लिए बता दे कि यूरोप में भी बहुत से ऐसे देश है जहां बाइबल का ज्ञान दिया जाता है और अमेरिका, यूरोप की सेना में भी इसका असर साफ देखा जा सकता है।अब ये बात भारत में तूल पकड़ती जा रही है कि हम लोग भी भारतीय सेना की पढ़ाई में गीता और कौटिल्य के कुछ हिस्से क्यू शामिल नहीं करते? आपको पता होगा हमारे आर्मी की भी समय-समय में पढ़ाई होती है और हमारे देश में एक बहुत ही बड़ा कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट (CDM) है। जहां दुनिया भर के आर्मी पढ़ने आती है तो अब हमारे देश में जो भगवत गीता को शामिल किए जाने पर धर्मनिरपेक्षता पर क्या असर होगा ये आने वाला वक्त ही बताएगा। जुड़े रहिए विंध्य वाणी न्यूज़ के साथ…
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