भोपाल। पुलिसकर्मी के साथ ही एक कथित वकील ने धोखाधड़ी कर डाली, हालांकि यह घटना समय के आभाव व जल्दबाजी के चलते हुई लेकिन जब मामले का खुलासा हुआ तो लोग हैरान रह गए। मामले की जांच अब पुलिस कर रही है। बताया गया कि देवास पुलिस के रक्षित निरीक्षक जगदीश पाटिल ने भोपाल पुलिस को शिकायत की है कि उनके बेटे 12 साल के पवित्र उर्फ माही पाटिल का मध्यप्रदेश क्रिकेट एशोसिएशन में 13 वर्षीय बालक वर्ग संम्भागीय क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जन्म प्रमाण पत्र की अवश्यकता थी, इसके लिए उन्होंने अपने साले गणेश खातरकर को बात कही, जिसके बाद उनका साला कलेक्ट्रेट कार्यालय भोपाल पहुंचे तो वहां एक व्यक्ति रवीन्द्र गुप्ता मिला जिसके द्वारा अपने आप को वकील बताते हुए जल्द से जल्द प्रमाण पत्र बनवा देने की बात कही और काम ले लिया। उनके साले ने उसे फार्म फीस सहित वकील की फीस भी दे दी। कुछ दिन बाद वकील ने जन्म प्रमाण पत्र दे दिया। लेकिन जब उसे एसोसिएशन में जमा किया गया तो वहां से जानकारी हुई कि यह फर्जी है, जब जांच कराई गई तो नगर निगम भोपाल में भी इस जन्म प्रमाण पत्र के रजिस्टे्रशन नंबर में किसी लड़की का नाम दर्ज है। इस संबंध में वकील से बात की गई तो पहले तो वह घुमता रहा और बाद में फोन बंद कर लिया। जिसके बाद आरआई ने मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस भी आरोपी की धरपकड़ में जुटी है।