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जैसा कि आप सभी जानते है कि हर देश में उसके खुद के मुद्रा भंडार के अलावा दूसरा होता है विदेशी मुद्रा भंडार जिससे वो दूसरे देशों से व्यापार करता है। इसी विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर हर साल एक लिस्ट तैयार की जाती है कि किस देश के पास कितना विदेशी मुद्रा भंडार है। इसी कड़ी में भारत ने विदेशी मुद्रा भंडार की रैंकिंग में उथल-पुथल मचा के रख दी है. हम आपको बता दे कि 2 महीने पहले हम रूस से पिछड़ चुके थे। वो रूस जिसका यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया ने बहिस्कार तक कर दिया था। यहां तक कि ताइवान तक ने हमें पछाड़ दिया था। जिसे दुनिया भर के देश एक देश तक का भी दर्जा नहीं देते लेकिन भारत अब जागा और फिर से अब दुनिया के कई ताकतवर देशों को पछाड़ कर फिर से उसी पोजिशन पर बढ़ रहा है जिसका भारत हकदार है। विंध्य वाणी न्यूज़ आपको बता दे कि अब से ठीक 1 साल पहले भारत 4 पोजिशन पर आ गया था। मतलब हमारा खजाना दुनिया में चौथा सबसे बड़ा खजाना था लेकिन उसके बाद हमारे खजाने में लगातार गिरावट देखी गईं। एक वक्त पर हमारा खजाना 634 बिलियन डॉलर हुआ करता था जो गिरकर कुछ ही महीनों में 534 बिलियन डॉलर हो गया था। लेकिन भारत ने जबरजस्त रफ्तार पकड़ी और इस साल की रैंकिंग में 5 स्थान पर आकर खड़ा हो गया। जैसा कि आप नीचे इमेज में देख सकते है।
लिस्ट में साफ देखा जा सकता है कि भारत और रूस मात्र 12 बिलियन डॉलर का अंतर बचा है और एक्सपर्ट का कहना है कि अगर भारत ने इसी तरह से रिकवरी की तो भारत फिर से चौथे स्थान पर आ जाएगा। विंध्य वाणी न्यूज़ आपको जानकारी के लिए बता दे कि जिस देश का जितना बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार होता है उसे उतनी ही मजबूत अर्थव्यवस्था समझा जाता है और इसी विदेशी मुद्रा भंडार के कारण ही बाहर के निवेशक भारत में निवेश करते है लेकिन अब बढ़ते विदेशी मुद्रा भंडार के कारण जो निवेशकों के मन में सक है वो साफ हो जायेंगे कि भारत आज भी दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। बने रहिए विंध्य वाणी न्यूज़📝के साथ….