रीवा/ दिल्ली. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के जसोवर की रहने वाली सानिया मिर्जा इन दिनों चर्चाओ मे हैं, होंगी भी क्यों नही क्योंकि उन्होंने काम ही एसा किया है. जिससे उनके माता-पिता घर गाव सहित पूरे राज्य व देश को गर्व है. आपको जानकार खुशी होगी कि सानिया ने 149वीं रैंक हासिल कर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी एन डी ए की परीक्षा पास की है और अब वह फाइटर पाईलट बन कर अपने सपनों को उड़ान देने वाली हैँ। इस मुकाम को हासिल करने वाली वह पहली मुस्लिम महिला हैं।
सानिया ने सभी बाधाओं को पार करते हुए अपने लक्ष्यों की ओर काम किया और अब इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। सामान्य बैकग्राउंड से आने वाली सानिया के साथ घर में चीजें आसान नहीं थीं। उनके पिता शाहिद अली टीवी मैकेनिक के रूप में काम करते हैं। खास बात यह है कि जब सानिया से पूँछ गया कि वह किसी अपना रोल मॉडल मानती हैं तो उन्होंने कहा कि वह हमेशा कॉन्फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी को अपनी प्रेरणा के रूप में देखती थीं, जो एनडीए में पहली फाइटर पायलट थीं।
सानिया ने बताया, “मैं फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी से बहुत प्रेरित थी और उन्हें देखकर मैंने एनडीए में शामिल होने का फैसला किया। मुझे उम्मीद है कि युवा पीढ़ी एक दिन मुझसे प्रेरित होगी।” नवोदित वायु सेना अधिकारी ने एनडीए में महिलाओं के लिए आरक्षित 19 सीटों में दूसरा स्थान हासिल किया। बता दें कि अवनी चतुर्वेदी रीवा की रहने वाली हैं और जो एनडीए में पहली फाइटर पायलट थीं।