सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now
नई दिल्ली.जैसा कि अभी हालही में हमने आपके साथ एक खुशखबरी सांझा की थी। जिसमें हमने आपको बताया था कि भारत ने 5500km तक मार करने वाली अग्नि 5 बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। जिसमें चीन ने भारी आपत्ति जताई थी। अब हम आपको बताते है कि अग्नि 5 को लेकर ऐसा क्या हो गया जिसको लेकर पूरी दुनियां में सवाल उठ रहे. दरअसल दुनिया भर के एक्सपर्ट का कहना है कि भारत कहता कुछ है और करता कुछ है और उन्होंने दावा किया है कि भारत ने अग्नि 5 का परीक्षण बताकर कुछ और कर दिया है, क्योंकि जो तस्वीरे निकल कर सामने आई है वो कुछ और बयां कर रही है। मतलब भारत ने वो काम कर दिया है जो अब तक अमरीका भी नहीं कर पाया।
READ ALSO-Breaking: रूस ने किया दुनिया को हैरान, भारत से फिर निभाई दोस्ती, चीन सहित विरोधी देश सदमे में…
कहा यह भी जा रहा है कि भारत ने अग्नि-5 के नाम पर हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण कर दिया है जो सफल रहा। यह दावा करते हुए जानकार चर्चा मे कह रहे है कि भारत द्वारा दागी गईं मिसाइल के उड़ने का तरीका देखिए जिसे देखने के बाद कोई नहीं कहेगा कि भारत ने बैलेस्टिक मिसाइल नही दागी है। चर्चाओ मे हो रहे इस दावे के बाद अब सारे रिसर्चर बैठ कर चर्चा कर रहे है कि भारत ने जो मिसाइल दागी है आखिर वो थी क्या? और अब दुनिया भर के मीडिया संस्थान DRDO से जानकारी मांग रहे है लेकिन DRDO ने अभी तक चुप्पी साधी हुई है।
विंध्य वाणी न्यूज आपको जानकारी के लिए बता दे कि मिसाइल 2 तरह की होती है। एक होती है बैलेस्टिक मिसाइल जो सीधे बहुत ऊंचाई पर जाकर सीधे जमीन पर आती है और दूसरी होती है क्रूज मिसाइल जो जमीन से कुछ ऊपर जाकर जमीन के समानान्तर चलती है. दुनिया के सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का नाम है ब्रम्होस जो भारत के पास है। जो आवाज से तीन गुना तेज यानी 3 मैक की स्पीड से चलती है। अब भारत की अग्नि-5 मिसाइल को रहस्मयी क्यू कहा जा रहा है तो आइए इसके कुछ कारण हम आपको बताते है। सबसे पहले तो आप नीचे दी हुई तस्वीर को गौर से देखिए जो भारत की अग्नि-5 मिसाइल की है।
तस्वीर में साफ देखा जा सकता है जिसमें मिसाइल शहर के ठीक ऊपर यानी जमीन के कुछ ही ऊपर उड़ रही है। जिससे साबित होता है कि ये एक बैलेस्टिक मिसाइल नहीं थी। क्योंकि बैलेस्टिक मिसाईल इतना नीचे नहीं उड़ती और जिन्होंने इस मिसाइल को उड़ते हुए देखा उन्होंने कहा मिसाइल की स्पीड इतनी तेज थी जिसे बताया नहीं जा सकता वो पलक झपकते ही गायब हो गईं और मिसाईल ग्लाइड कर रही थी। अब ये ग्लाइड क्या होता है। वो भी हम आपको बताते है। तो जैसे हम कोई पत्थर ऊपर से नीचे फेंकते है तो वो कितनी तेज गति से नीचे गिरता है। इसी तकनीक का इस्तेमाल यानी ग्रेविटी का इस्तेमाल भारत ने किया। इमेज में भी आप साफ देख सकते है कि मिसाइल जमीन से कुछ ही ऊपर है और देखकर ऐसा लगता है जैसे मिसाइल जमीन पर आ रही हो ।इसी को ग्लाइड कहा जाता है। अब हम आपको बता दे। हाइपरसोनिक मिसाइल वो होती है जो आवाज से 5 गुना तेज यानी 5 मैक और ग्लाइड करते हुऐ चलती है। जिसे कोई रडार पकड़ नहीं सकता। और इसी को लेकर दुनिया भर की मीडिया और एक्सपर्ट दावा कर रहे है कि भारत द्वारा दागी गईं मिसाईल कोई और नहीं बल्कि एक हाइपरसोनिक मिसाईल थी। विंध्य वाणी न्यूज आपको बता दे कि अभी तक हाइपरसोनिक मिसाइल सिर्फ रूस के पास है। चीन, अमेरिका अभी भी इसका टेस्ट ही कर रहे है। आपको याद होगा कि कुछ समय पहले भारत की ब्रैम्होस मिसाइल गलती से पाकिस्तान में गिर गईं थी । जिस कारण पकिस्तान चीन का मजाक पूरी दुनियां में बना था कि क्या पकिस्तान चीन के पास ऐसा कोई एंटी मिसाइल सिस्टम नहीं है जो ब्रैम्होस को डिटेक्ट कर सके। रोकना तो दूर की बात आपको जानकर खुशी होगी और गर्व भी होगा की जिस मिसाइल को बनाने में दुनियां के पसीने छूट रहे है भारत ने उस मिसाइल को बड़े ही रहस्यमयी तरीके से दागा है। जिसने निश्चित तौर पकिस्तान और चीन यंहा तक कि अमेरिका की भी रातों की नीद उड़ा दी है क्युकी जब ब्रम्होस ने चीन पकिस्तान को हैरान कर दिया तो इस रहस्यमयी मिसाईल के भारतीय सैना में सामिल होने के बाद क्या होगा। बने रहिए विंध्य वाणी न्यूज के साथ।