रीवा। सिर्फ कांग्रेस में ही घमासान नहीं मचा हुआ है, भाजपा में भी खींचतान चल रही है। सिर्फ फर्क इतना है कि कांग्रेस में आपसी लड़ाई सड़क पर आ गई है और वह जग जाहिर हो गई लेकिन भाजपा में अंदरूनी कलह चल रही है। एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम चल रहा है। एक वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। यह वीडियो भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु भारती का है। इस वीडियो में वह दुख रो रहे हैं। रीवा के जिला अध्यक्ष सियाशरण साकेत पर सेमरिया में प्रचार-प्रसार से रोकने का आरोप लगाया है। गाली गलौज किए जाने का भी आरोप लगाया है। इस वीडियो में उनके साथ राजेश साकेत मंडल अध्यक्ष दीनदयाल अनुसूचित जाति मोर्चा और सीता राम साकेत सह कोषाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी भी मौजूद रहे। राजेश साकेत ने वीडियो में खुलकर बाते रखीं कि उनके साथ जिला अध्यक्ष ने कार्यकर्ता के मोबाइल पर अभद्र भाषा का उपयोग किया। प्रचार करने से भी रोका। वीडियो के अलावा वहीं एक ऑडियो भी सियाशरण साकेत का सामने आया है। इसमें वह उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष अनुसूचित जाति को कहीं भी प्रचार प्रसार करने नहीं ले जाने के लिए बोलते सुनाई पड़ रहे हैं। इसमें वह उन पर अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोप भी लगा रहे हैं। गाली गलौज करते भी सुनाई दे रहे हैं। सेमरिया में भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ पार्टी के पदाधिकारी ने ही इस तरह का व्यवहार किया जिससे आहत होकर वह वापस लौट गए हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से भी प्रचार नहीं किए जाने को लेकर वीडियो में ही मैसेज दिया है।
यह वीडियो भाजपा के अंदरूनी कलह को बयां कर रहा है। इस ऑडियो से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि भाजपा के पदाधिकारी भी उपेक्षा के शिकार हैं और बहार से आने वाले प्रचारकों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। देश के नंबर वन अखबार दैनिक जागरण ने लिखा की यह आडियों में भाजपा अजा मोर्चा अध्यक्ष सियाशरण की ही आवाज यह किसी दूसरे की, यह प्रमाणित नहीं करता। यह तो एक बानगी है। भाजपा के हर मोर्चे का यही हाल बताया जा रहा है। भाजपा अजा मोर्चे का वीडियो सामने आ गया बाकी मोर्चों व अन्य प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों का भले ही कोई वीडियो या आडियो अभी बाहर न आया हो लेकिन कार्यकर्ताओं तक अच्छा मैसेज नहीं जा रहा है।
भाजपा के कार्यकर्ताओं का हाल यह है कि पार्टी के बैठकों से लौटने के बाद यह कहते नजर आए आते हैं कि 10 सालों में उन्हें क्या मिला है। क्यों हर बार वह अपनी जेब का खर्च कर पार्टी के लिए व्यक्ति विशेष के लिए अपना पैसा खर्च कर जी जान लगाएं। भले ही कांग्रेस के नाराज कुनबा सड़क पर उतर आया हो लेकिन भाजपा में कांग्रेस से कहीं ज्यादा नाराज लोग हैं जिनसे भाजपा के आला जिम्मेदार अनजान हैं। उन्हें भी उपेक्षा की पीड़ा है। भले ही वह बहारी तौर पर भाजपा से वगावत करते नजर नहीं आ रहे हो लेकिन अंदर ही अंदर घुट रहे हैं। परदे के भीतर कुछ अलग ही खिचजड़ी पक रही है जिससे भाजपा के बड़ नेता अनजान होकर कांग्रेस के बगावती शोर से स्वयं को अजेय मानने की मुगालता पाल रखे हैं। यहां एक सवाल और पैदा हो रहा है कि जब 15-20 साल से पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं से इस तरह का व्यवहार है तो हाल में कांग्रेस से भाजपा में आने वाले नेताओं की भाजपा में क्या हालत होगी, यह आप खुद भी अंदाजा लगा सकते हैं।
यह सही है किभाजपा जिला अध्यक्ष का कार्य व्यवहार अच्छा नहीं है। मैं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के निर्देश पर रीवा में प्रचार प्रसार के लिए आया हूं। इस बात की जानकारी भाजपा अजा मोर्चा अध्यक्ष को भी दी गई है।
विष्णु भारती प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा अजा मोर्चा
मैं ने किसी प्रकार की अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया है। मैं अजा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ बैठक में रहा हूं। मुझे पता भी नहीं है कि कोई आडियो-वीडियो वायरल हुआ है। किसका है मैं नहीं जानता, मेरा नहीं है।
सियाशरण साकेत जिला भाजपा अजा मोर्चा