सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now
8 महाविद्यालयों में राजनीतिक रस्साकसी जारी, अगले सप्ताह आ सकता है दूसरी सूची
रीवा। जिले के 7 सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष की नियुक्ति हुई है। ये सरकारी महाविद्यालय जिले के आंचलिक क्षेत्रों में स्थापित हैं। इस बाबत उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। जबकि विभाग ने जिला मुख्यालय के सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष अभी तैनात नहीं किए हैं। इसका कारण राजनीतिक रस्साकसी को माना जा रहा है। ऐसे में विभाग ने जिला मुख्यालय के महाविद्यालयों जनभागीदारी अध्यक्ष नियुक्त करने में फिलहाल जल्दीबाजी नहीं दिखाई। अब अगले सप्ताह तक शेष महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष नियुक्त हो सकते हैं।
जिला व शहर के प्रमुख शासकीय ठाकुर रणमत ङ्क्षसह महाविद्यालय को अभी जनभागीदारी अध्यक्ष नहीं मिला है। कांग्रेस सरकार रहते वर्ष 2018 में युवा कांग्रेस के दिवाकर द्विवेदी को जनभागीदारी अध्यक्ष बनाया गया था, जो भाजपा सरकार आते ही हट गए। उसके बाद से महाविद्यालय के जनभागीदारी अध्यक्ष का प्रभार कलेक्टर के पास है। ऐसे ही मॉडल साइंस, जीडीसी, न्यू साइंस, विधि महाविद्यालय, संस्कृत महाविद्यालय व मनगवां, गोविंदगढ़ महाविद्यालय को भी जनभागीदारी अध्यक्ष मिलना शेष है।
इनको मिली जिम्मेदारी
बहरहाल, विभाग ने जिले के 7 सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं। शासकीय महाविद्यालय मऊगंज का अध्यक्ष महेशचंद्र राल्ही को बनाया गया है। इसी तरह देवतालाब महाविद्यालय में केके मिश्रा, नईगढ़ी महाविद्यालय में सीताशरण शर्मा, त्योंथर महाविद्यालय में महेश प्रसाद पाण्डेय, शासकीय महाविद्यालय नष्टिगवां घनश्याम सिंह, शासकीय महाविद्यालय सेमरिया महेंद्र गुप्ता तथा शासकीय महाविद्यालय रायपुर कर्चुलियान में रामनारायण ङ्क्षसह को जनभागीदारी अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है।
०००००००००००००
रीवा। जिले के 7 सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष की नियुक्ति हुई है। ये सरकारी महाविद्यालय जिले के आंचलिक क्षेत्रों में स्थापित हैं। इस बाबत उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। जबकि विभाग ने जिला मुख्यालय के सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष अभी तैनात नहीं किए हैं। इसका कारण राजनीतिक रस्साकसी को माना जा रहा है। ऐसे में विभाग ने जिला मुख्यालय के महाविद्यालयों जनभागीदारी अध्यक्ष नियुक्त करने में फिलहाल जल्दीबाजी नहीं दिखाई। अब अगले सप्ताह तक शेष महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष नियुक्त हो सकते हैं।
जिला व शहर के प्रमुख शासकीय ठाकुर रणमत ङ्क्षसह महाविद्यालय को अभी जनभागीदारी अध्यक्ष नहीं मिला है। कांग्रेस सरकार रहते वर्ष 2018 में युवा कांग्रेस के दिवाकर द्विवेदी को जनभागीदारी अध्यक्ष बनाया गया था, जो भाजपा सरकार आते ही हट गए। उसके बाद से महाविद्यालय के जनभागीदारी अध्यक्ष का प्रभार कलेक्टर के पास है। ऐसे ही मॉडल साइंस, जीडीसी, न्यू साइंस, विधि महाविद्यालय, संस्कृत महाविद्यालय व मनगवां, गोविंदगढ़ महाविद्यालय को भी जनभागीदारी अध्यक्ष मिलना शेष है।
इनको मिली जिम्मेदारी
बहरहाल, विभाग ने जिले के 7 सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं। शासकीय महाविद्यालय मऊगंज का अध्यक्ष महेशचंद्र राल्ही को बनाया गया है। इसी तरह देवतालाब महाविद्यालय में केके मिश्रा, नईगढ़ी महाविद्यालय में सीताशरण शर्मा, त्योंथर महाविद्यालय में महेश प्रसाद पाण्डेय, शासकीय महाविद्यालय नष्टिगवां घनश्याम सिंह, शासकीय महाविद्यालय सेमरिया महेंद्र गुप्ता तथा शासकीय महाविद्यालय रायपुर कर्चुलियान में रामनारायण ङ्क्षसह को जनभागीदारी अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है।
०००००००००००००