रीवा। गुढ़ नगर परिषद् कार्यालय में सोमवार की शाम जमकर हंगामा हुआ, हंगामा भी नगर परिषद् के कर्मचारियों द्वारा किया गया। यह वह कर्मचारी थे जिन्हें हाल ही में पीआईसी(प्रेसीडेंट इन काउंसिल) द्वारा निर्णय पारित करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस बात की जानकारी जैसे ही कर्मचारियों को हुई उनके द्वारा जमकर हंगाता परिषद् कार्यालय में किया गया। कर्मचारियों ने कार्यालय में तालाबंदी कर दी और सीएमओ सहित स्टॉफ को कैद कर दिया। जानकारी के मुताबिक गुढ़ नगर परिषद् की पीआईसी द्वारा वर्षो स काम कर रहे 18 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है, इस बात की जानकारी जैसे ही कर्मचारियों को हुई वह नगर परिषद् कार्यालय विरोध करने पहुंच गए, जब उनकी नहीं सुनी गई तो कर्मचारियों ने बाहर से कार्यालय में ही ताला जड़ दिया और बाहर हंगामा करने लगे, बता दें कि इस दौरान नगर परिषद् सीएमओ डॉ.एसबी सिद्दकी सहित अन्य कार्यालीन स्टॉफ कार्यालय के अंदर थे, कार्यालीन स्टॉफ के कार्यालय में कैद होने की जानकारी परिषद् अध्यक्ष डॉ.अर्चना सिंह को दी गई, पुलिस भी मौके पर पहुंची तो मामले को शांत कराया गया। करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा और अधिकारी-कर्मचारी नगर परिषद् कार्यालय में ही कैद रहे। शासकीय कार्य भी प्रभावित हुए।
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निगम अध्यक्ष पहुंची तो शांत हुआ मामला
बता दें कि जैसे ही परिषद् कार्यालय में ताला बंदी हुई तो सीएमओ ने अध्यक्ष डॉ.अर्चना सिंह को सूचना दे दी, वह पहुंची तो उन्होंने पुलिस बुला ली और हंगामा कर रहे कर्मचारियों को शांत कराया। अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें अभी निकाला नहीं गया है, एजेंडा पर सहमति पीआईसी ने दी है। इसलिए वह काम करे। जिसके बाद पुलिस और अध्यक्ष ने कर्मचारियों से बात कर मामले को शांत कराया, करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा।
इसलिए किया हंगामा
बता दें कि कर्मचारियों का आरोप था कि बीते कई वर्षो से वह नगर परिषद् कार्यालय में अपनी सेवा दे रहे हैं, जिसमें 14 पंप आपरेटर, दो कम्प्यूटर आपरेटर सहित दो अन्य हैं, इनको निकालने का निर्णय पीआईसी ने लिया है। आरोप है कि ऐसा अपने चहेतो को भर्ती करने व आर्थिक लाभ को लेकर किया जा रहा है। हालांकि इस संबंध में आदेश जारी नहीं हुए और कर्मचारी हंगामा करने लगे।
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हंगामा पर यह चर्चाएं भी
बता दें कि हंगामे को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होती रही, परिषद् अध्यक्ष डॉ.अर्चना सिंह द्वारा मारपीट की गई हैं, उनके द्वारा कैंसर पेेसेंट कर्मचारी अनिल तिवारी के साथ मारपीट की गई यह कहा जाता रहा, हालांकि मामले को लेकर कोई शिकायत नहीं हुई, कुछ लोगो ने इसे कैमरे में कैद कर लिया ऐसा जरूर कहा जाता रहा लेकिन वीडियो फिलहाल सामने नहीं आया है। गाली-गलौच भी अध्यक्ष ने की ऐसी चर्चाएं भी रही। मारपीट के संबंध में अनिल तिवारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हुआ। वहीं हंगामे को लेकर परिषद् सीएमओ डॉ.एसबी सिद्दकी से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन मामले को लेकर उनसे बात नहीं हो पाई, उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
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वर्जन
अनिल तिवारी नाम का कर्मचारी कैंसर पेंसेंट है, उसे मैं अपने भाई की तरह मानती हूं, उसे मैने दांटा जरूर है व छोटे भाई की हैसियत से उसे गाल में हाथ लगाते हुए समझाया, मारा नहीं है। आप इस संबंध में उससे भी बात कर सकते हैं। कर्मचारियों को निकाला नहीं गया है, निर्णय जरूर पीआईसी ने लिया है, बजट व कार्य के हिसाब से मस्टर कर्मचारी रखे जाते हैं। बजट कम है।
डॉ.अर्चना सिंह, अध्यक्ष नगर परिषद् गुढ़।
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हंगामा की सूचना मिली थी, जब मौके पर पहुंचे तो मामला आपस में बातचीत कर निपटाया जा रहा था, कोई शिकायत थाना में नहीं आई है।
अरविंद सिंह रठौर, थाना प्रभारी गुढ़।
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