Bad news related to the much talked about Rathara pond of Rewa, a big crisis happened due to negligence:रीवा। शहर को एक बड़ी सौगात रतहरा तालाब के रूप में मिली, गंदगी से पटे इस तालाब का कायाकल्प कर इसे आमजन के सुपुर्द किया गया। सीमावर्ती क्षेत्र में यह तालाब होने की वजह से यह लोगो को काफी पसंद भी आया और दिन भर यहां घूमने वालो की भीड़ जमा रहती है। सुबह मार्निंग वाक करने वाले तो दोपहर से लेकर रात तक यहां घूमने वाले लोग जमा होते हैं लेकन जिम्मेदारों की लापरवाही से इस तालाब पर अब संकट मडराने लगा है। इस तालाब में पानी की भारी कमी हो गई है, तालाब का कुछ क्षेत्र सूख भी गया है और इसमें पल रहे जलीय जीव-जंतु का जीवन भी खतरे में आ गया है।
तालाब में पानी कम होने की वजह से दुर्घंध भी फैल रही है। जिससे यहां आने वालो को परेशानी भी होती है। पूर्व पार्षद अशोक पटेल ने कलेक्टर से मामले की शिकायत कर तालाब को बचाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि आस-पास के क्षेत्र के गंदे पानी की निकासी नहीं होने की वजह से वह भी तालाब में मिल रहा है।
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लाइटे बंद, टूट गए पोल
बता दें कि रतहरा तालाब में लगी कई लाइटे बंद रहती हैं, इतना ही नहीं जिन आकर्षक लाइटो को लगाया गया था, उनके पोल भी तोड़ दिए गए। कुछ पोल हवा-आंधी में टूटे तो कुछ पोल यहां आने वाले असमाजिक तत्वों ने तोड़ दिए। हालात बद से बदत्तर होते जा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से करोड़ो रुपए जो इस तालाब के सौंदर्यीकरण में खर्च किए गए हैं उस पर पानी फिर रहा है।
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रील बनाने वालो ने किया परेशान
बता दें कि यहां रील बनाने वालो का भी जमावड़ा लगता है, बीते दिनों एक वीडियो शोसल मीडिया में वॉयरल हुआ जिसमें एक युवक मोटर साईकल से तालाब के मुख्य गेट की सीढिय़ों पर स्टंट कर रहा था, इसमें रील बनाकर उसने इसे शोसल मीडिया एकाउंट में शेयर भी किया लेकिन निगम अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया जबकि उसकी पहचान आसानी से कर उस पर दंडात्मक कार्यवाही की जा सकती थी। कार्यवाही नहीं होने से ऐसे लोगो के हौसले और बुलंद हो रहे हैं।
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निगम लगा रहा झाड़ू
जानकारी के मुताबिक निगम प्रशासन द्वारा इसके सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए है, यहां केवल कभी-कभार झाड़ू लगाने का काम अधिकारी कराते हैं। इसके अलावा इसे उपेक्षित किया जा रहा है। बताया गया कि इसके रख-रखाव के लिए रानी तालाब की तर्ज में टेंडर किया गया है लेकिन आचार संहिता के चलते वह खुला नहीं और अब धीरे-धीरे तालाब में इस तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं।
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