रीवा. आज एक अप्रैल से कई परिवर्तन होंगे। जमीन खरीदने वालों को अब अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। शासन द्वारा बनाई गई नई गाइड लाइन आज से प्रभावी हो जायेंगी। नई गाइड लाइन लागू होते ही रीवा व मऊगंज जिले के भूमियों के दाम बढ़ जायेंगे। दाम बढ़ते ही खरीदारों को रजिस्ट्री कराने में ज्यादा स्टांप शुल्क चुकाना पड़ेगा। ज्ञात हो कि रीवा और मऊगंज जिला से पंजीयक महानिदेशक ने जमीनों की कीमतें बढ़ाने का प्रस्ताव मांगा था। जिला मूल्यांकन समिति से प्रस्ताव पर चर्चा करने के बाद फाइनल दरें भोपाल भेज दी गई थीं, जिस पर…
Author: Vindhya Vani
रीवा । आज एक अप्रैल से कुछ मार्गो में टोल टैक्स बढ़ जाएगा, जिससे वाहनों को अब अधिक रुपए चुकाने होगे। रीवा- बनारस और रीवा-प्रयागराज सहित 10 सड़कों पर एक अप्रैल से वाहन चलाना इसके चलते महंगा होगा। मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन यानी एमपीआरडीसी ने टोल टैक्स में वृद्धि को हरी झंडी दे दी है। नए वित्तीय सत्र से ये दरें प्रभावी होंगी। मिली जानकारी के मुताबिक स्टेट हाईवे के साथ-साथ प्रदेश से गुजरने वाले चार राष्टीय राजमार्गों में टोल प्लाजा शुल्क में एक से सात प्रतिशत तक वृद्धि हुई। विदित हो कि लोक निर्माण…
रीवा। नगर निगम प्रशासन एक ओर जहां अवैध निर्माण व अवैध कब्जों को रोकने का दावा कर रहा है। वहीं निगम के ही महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभालने वालो के परिवार जन अवैध कब्जा कर रहे हैं। ताजा मामला वार्ड क्रमांक 30 जैन मंदिर के सामने का है। जहां पूर्व निगम अध्यक्ष सतीश सोनी के भतीजे द्वारा अवैध कब्जा शासकीय भूमि में किया जा रहा है। हैरानी इस बात की है कि लगातार शिकायत के बाद भी निगम अधिकारी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। शिकायत करते हुए अनिल कुमार जैन पिता स्व.मोहन लाल जैन ने बताया…
रीवा। रीवा लोकसभा चुनाव के दंगल में उतरे प्रत्याशियों को अपनी पहचान अंगूठी व चूड़ियों और चप्पल से होगी। दरअसल निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव लडऩे वाले निर्दलीय व क्षेत्रीय दलों के लिए 198 चुनाव चिन्ह तय किए हैं, जिनमें अंगूठी व चूडिय़ां और चप्पल भी हैं। उन्हें अपने पसंद के चुनाव चिन्ह का चयन करने का आप्शन रहेगा। जो चिन्ह आवंटित किया जायेगा, उसी को लेकर अभ्यर्थी जनता के बीच जायेंगे और उसी चिन्ह के सामने की बटन दबाने के लिए आग्रह करेंगे। ज्ञात हो कि देश की राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त दलों के चुनाव चिन्ह आयोग द्वारा पूर्व में…
मामूली सी बात पर नाराज जेठ ने अपने छोटे भाई की पत्नि की जमकर पिटाई कर दी,,, मारपीट की इस घटना में महिला का हाथ टूट गया जिसके बाद उसे ईलाज के लिए अस्पताल लाया गया,,, पुरा मामला विश्व विद्यालय थाना अंतर्गत निराला नगर का है ,,, घायल महिला शिल्पी पांडे अपने घर जा रहीं थीं तभी जेठ अतुल कुमार पांडे डंडा लेकर महिला के साथ मारपीट करने लगें। घायल महिला ने बताया की घर के सामने जेठ अपना घर बनवा रहे है जहा हमारी भी जमीन है उनके लेवरो को यह कहा गया की वो हमारी…
रीवा संसदीय सीट में आगामी 26 अप्रैल को मतदान होने हैं भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी तो पहले ही घोषित कर दिए थे लेकिन बसपा से अभिषेक पटेल का नाम सामने आया, रीवा लोकसभा सीट में त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार दिखने लगे है, क्यूंकि रीवा लोकसभा सीट में पटेल वर्ग के मतदाता काफी है इसके पहले भी बहुजन समाज पार्टी से तीन बार पटेल वर्ग के ही सांसद जीत चुके हैं वहीं भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार सामान्य वर्ग के ब्राह्मण बिरादरी से आते हैं भाजपा ने वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा को टिकट दिया तो वही कांग्रेस पार्टी…
रीवा। प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, आज के दौर में तो अपनी प्रतिभा को जन-जन तक पहुंचाने का सबसे बड़ा माध्यम शोसल मीडिया बन चुका है। इसके सहारे कितने कलाकार अपनी प्रतिभा को निखार कर लोगो के बीच में लोकप्रिय हो रहे हैं। ऐसा ही एक रीवा का बाल कलाकार है जो इन दिनो चर्चाओं में हैं और उसके वीडिय़ो जमकर वॉयरल हो रहे हैं। रीवा के इस बाल कलाकार की प्रतिभा को निखारने का काम उसकी मां कर रहीं हैं। उनके द्वारा इस बाल कलाकार की प्रतिभा को निखारने शोसल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। यूट्यूब…
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस के लिए तीन संसदीय क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों का चयन करना टेढ़ी खीर होने के समान हो गया है। इन सीटों पर जिन्हें पार्टी चुनाव लडऩा चाहती है, वे तैयार नहीं हैं और जो टिकट मांग रहे हैं, उन पर पार्टी भरोसा नहीं कर पा रही है। मध्यप्रदेश कांग्रेस अपने यहां मची भागमभाग को लेकर पशोपेश में है। आखिर वह 28 लोकसभा सीटों पर चुनाव किन के सहारे लड़ेंगे। लेकिन इससे भी ज्यादा वह इसलिए परेशान है कि शेष बची 3 संसदीय सीटों पर ऐसे कौन से चेहरे हों जो भाजपा को चुनौती दे सकें। दरअसल पार्टी…
सीधी. लोकसभा के चुनाव मैदान में इस मर्तबा विकास ही मुख्य मुद्दा रहेगा। चुनाव प्रचार के दौरान सत्ता पक्ष को घेरने के लिए कुछ इसी तरह की रणनीति विपक्षी दलों द्वारा तैयार की गई है। दरअसल दो दशक से भाजपा प्रदेश की सत्ता में काबिज है और एक दशक से केंद्र में भी भाजपा नेतृत्व की सरकार है। ऐसे में चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों की प्राथमिकता है कि सत्ता पक्ष के उम्मीदवार को घेरने के लिए विकास का न होना बड़ा मुद्दा हो सकता है। राजनैतिक जानकारों का मानना है कि लोकसभा क्षेत्र सीधी में विकास कार्यों को…
रीवा। पिछले डेढ़ दशक से यदि कोई आहत हुआ है तो वह युवा वर्ग। सरकारें आईं और गईं। अच्छी शिक्षा व रोजगार के सारे वादे दलीय दलदल में दफन हो गए। युवा जहां खड़ा था, वहीं आज भी है। उसे न तो रोजगार मिला न ही शिक्षा की सही व्यवस्था। लिहाजा समाज का एक बड़ा तबका नाराज है। एक कहावत है, जिधर युवा चलता उधर जमाना चलता है। इस लोकसभा चुनाव में इस लोकोक्ति के साकार होने की संभावनाएं भी नजर आ रही हैं। जिस दल की ओर युवा झुकेगा, रीवा की सियासत भी उस ओर ही जायेगी। यह हम…