रीवा। शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्र में अवैध क्लीनिको का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है, बिना पंजीयन व शासन को राजस्व हानि पहुंचाते हुए संचालन कर रहे है। सीएमएचओ डॉ बीएल मिश्रा द्वारा ऐसे अवैध क्लीनिको के जांच के लिए टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे। मंगलवार को टीम जांच करने निकली तो हालात देख टीम में शामिल अधिकारी खुद हैरान रह गए। कई डेंटल क्लीनिकों में जांच की गई, नए बस स्टैंड में संचालित लीलावती डेंटर क्लीनिक जिसके संचालक डॉ.सुमित दुबे डेंटल सर्जन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान टीम ने लीलावती डेंटल क्लीनिक में विभागीय…
Author: Vindhya Vani
रीवा। दूसरे दिन भी जूनियर डाक्टरों की हड़ताल जारी रही, बता दे कि चिकित्सकों के रिक्त पदों को न भरे जाने एवं नीट पीजी काउंसिलिंग में देरी को लेकर जूडा में भारी आक्रोश है। हड़ताल कर जूडा ने ओपीडी से मंगलवार को भी दूरी बनाए रखी, जूडा की हड़ताल से मरीजो को भारी परेशानी हो रही है। ओपीडी मे मरीजों की भीड़ को वरिष्ठ चिकित्सक नहीं संभाल पा रहे है। आलम यह है कि कई मरीज बिना उपचार के ही वापस लौट रहे है। इसके अलावा जूडा ने मंगलवार को आक्रोश व्यक्त कर कैंडर मार्च भी निकाला। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन…
रीवा। दूसरे दिन भी जूनियर डाक्टरों की हड़ताल जारी रही, बता दे कि चिकित्सकों के रिक्त पदों को न भरे जाने एवं नीट पीजी काउंसिलिंग में देरी को लेकर जूडा में भारी आक्रोश है। हड़ताल कर जूडा ने ओपीडी से मंगलवार को भी दूरी बनाए रखी, जूडा की हड़ताल से मरीजो को भारी परेशानी हो रही है। ओपीडी मे मरीजों की भीड़ को वरिष्ठ चिकित्सक नहीं संभाल पा रहे है। आलम यह है कि कई मरीज बिना उपचार के ही वापस लौट रहे है। इसके अलावा जूडा ने मंगलवार को आक्रोश व्यक्त कर कैंडर मार्च भी निकाला। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन…
रीवा। विश्वविद्यालय स्टेडियम में 13 वर्ष से कम आयु के खिलाडिय़ों के बीच खेली जाने वाली स्व.अशद खान स्मृति अंतर जिला क्रिकेट प्रतियोगिता के अंतर्गत सतना एवं सिंगरौली की टीमो के बीच खेले जा रहे सेमीफाइनल मैच के दूसरे और अंतिम दिन के खेल मे सतना की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुये सिंगरौली का 7 विकेट से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया। आरडीसीए के मानसेवी सह-सचिव अरूण शुक्ला द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि अंतिम दिन ने खेल में सिंगरौली की टीम ने अपनी दूसरी पारी को बिना किसी नुकसान के 16 रनों से आगे…
रीवा- शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा के समाज कार्य विभाग में प्राचार्य डॉ अर्पिता अवस्थी के निर्देशन पर पांच दिवसीय असाइनमेंट प्रस्तुतीकरण कार्यशाला के द्वितीय दिवस में परिवार में वृद्धों की स्थिति और युवाओं की भूमिका विषय पर छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति दीकार्यशाला का संयोजन प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल के द्वारा किया। प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल ने अपने उद्बोधन में कहा कि बुजुर्गों के प्रति अपने कर्तव्य के दायित्वों का निर्वहन करना युवाओं की नैतिक जिम्मेदारी है। वर्तमान गतिशील समाज में आज लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है। बुजुर्गों को शारीरिक समस्याएं हैं और उनका जीवन यापन कठिन है। यदि संतान उच्च आय वर्ग के हैं तो वह बुजुर्गों के लिए नर्स या अटेंडेंट की व्यवस्था कर देते हैं किंतु भावनात्मक लगाव कि जहां बात है वह पुत्र और पुत्री से ही हो सकता है। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए विकास आवश्यक है किंतु विकास के साथ-साथ हमें अपने पारिवारिक दायित्वों का बोध भी होना चाहिए और उन पारिवारिक दायित्वों का बोध होते हुए हमें अपने कर्तव्यों की प्रतिपूर्ति अपने बुजुर्गों के प्रति करनी चाहिए। कार्यशाला का संचालन प्रोफेसर प्रियंका तिवारी एवं डॉ गुंजन सिंह के द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन डॉ शिव बिहारी कुशवाहा के द्वारा किया गया एमएसडब्ल्यू तृतीय सेमेस्टर के छात्र धीरज साकेत रश्मि साहू प्रियांशु अग्निहोत्री प्रकाश पांडे रुचि तिवारी सरला तिवारी नीरज सिंह अनीता साकेत पुष्पराज विश्वकर्मा राजराखन पटेल आदि ने भारत में वृद्ध व्यक्तियों की स्थिति भारत में वृद्ध व्यक्तियों की आवश्यकताएँ वृद्धों के विकास के लिए कार्यक्रम -वृद्धों के विकास के तैयारी के लिए कार्यक्रम सेवा निवृत्त योजना संस्थात्मक देखभाल वृद्धास्था पेंशन दैनिक देखभाल एवं परिवार आधारित सेवाएँ परिवार के कार्य एवं संरचना में परिवर्तन परिवार परिवार कल्याण के लिए कार्यक्रम भारत में युवाओं के लिए कार्यक्रम राष्ट्रीय कैडेट कोर राष्ट्रीय सेवा योजना संतुलित विकास में युवाओं की भूमिका आदि विषयों पर असाइनमेंट का प्रस्तुतीकरण किया गयाद्वितीय दिवस के अतिंम सत्र में प्रश्न उत्तर किये गए और उनका समाधान किया गया।
रीवा- शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा के समाज कार्य विभाग में प्राचार्य डॉ अर्पिता अवस्थी के निर्देशन पर पांच दिवसीय असाइनमेंट प्रस्तुतीकरण कार्यशाला के द्वितीय दिवस में परिवार में वृद्धों की स्थिति और युवाओं की भूमिका विषय पर छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति दीकार्यशाला का संयोजन प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल के द्वारा किया। प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल ने अपने उद्बोधन में कहा कि बुजुर्गों के प्रति अपने कर्तव्य के दायित्वों का निर्वहन करना युवाओं की नैतिक जिम्मेदारी है। वर्तमान गतिशील समाज में आज लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है। बुजुर्गों को शारीरिक समस्याएं हैं और उनका जीवन यापन कठिन है। यदि संतान उच्च आय वर्ग के हैं तो वह बुजुर्गों के लिए नर्स या अटेंडेंट की व्यवस्था कर देते हैं किंतु भावनात्मक लगाव कि जहां बात है वह पुत्र और पुत्री से ही हो सकता है। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए विकास आवश्यक है किंतु विकास के साथ-साथ हमें अपने पारिवारिक दायित्वों का बोध भी होना चाहिए और उन पारिवारिक दायित्वों का बोध होते हुए हमें अपने कर्तव्यों की प्रतिपूर्ति अपने बुजुर्गों के प्रति करनी चाहिए। कार्यशाला का संचालन प्रोफेसर प्रियंका तिवारी एवं डॉ गुंजन सिंह के द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन डॉ शिव बिहारी कुशवाहा के द्वारा किया गया एमएसडब्ल्यू तृतीय सेमेस्टर के छात्र धीरज साकेत रश्मि साहू प्रियांशु अग्निहोत्री प्रकाश पांडे रुचि तिवारी सरला तिवारी नीरज सिंह अनीता साकेत पुष्पराज विश्वकर्मा राजराखन पटेल आदि ने भारत में वृद्ध व्यक्तियों की स्थिति भारत में वृद्ध व्यक्तियों की आवश्यकताएँ वृद्धों के विकास के लिए कार्यक्रम -वृद्धों के विकास के तैयारी के लिए कार्यक्रम सेवा निवृत्त योजना संस्थात्मक देखभाल वृद्धास्था पेंशन दैनिक देखभाल एवं परिवार आधारित सेवाएँ परिवार के कार्य एवं संरचना में परिवर्तन परिवार परिवार कल्याण के लिए कार्यक्रम भारत में युवाओं के लिए कार्यक्रम राष्ट्रीय कैडेट कोर राष्ट्रीय सेवा योजना संतुलित विकास में युवाओं की भूमिका आदि विषयों पर असाइनमेंट का प्रस्तुतीकरण किया गयाद्वितीय दिवस के अतिंम सत्र में प्रश्न उत्तर किये गए और उनका समाधान किया गया।
रीवा। दो दशक पहले खून की जरूरत बुजुर्गों व 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को होती थी, लेकिन अब यह आवश्यकता बच्चे एवं युवाओं को भी होने लगी है। इसका बड़ा कारण थैलेसीमिया है। जिम्मेदारों के अनुसार जिले में थैलेसीमिया के 149 मरीज रजिस्टर्ड हैं। इस रोग का प्रकोप इतना है कि मरीजों में सबसे अधिक बी पॉजिटिव ग्रुप की मांग ज्यादा है। इस बीमारी से क्लोज रिलेशन में शादी करने वाले लोग ज्यादा प्रताडि़त मिल रहे हैं। इसके रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक तो किया जा रहा है, लेकिन इसका कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा…
रीवा। दो दशक पहले खून की जरूरत बुजुर्गों व 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को होती थी, लेकिन अब यह आवश्यकता बच्चे एवं युवाओं को भी होने लगी है। इसका बड़ा कारण थैलेसीमिया है। जिम्मेदारों के अनुसार जिले में थैलेसीमिया के 149 मरीज रजिस्टर्ड हैं। इस रोग का प्रकोप इतना है कि मरीजों में सबसे अधिक बी पॉजिटिव ग्रुप की मांग ज्यादा है। इस बीमारी से क्लोज रिलेशन में शादी करने वाले लोग ज्यादा प्रताडि़त मिल रहे हैं। इसके रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक तो किया जा रहा है, लेकिन इसका कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा…
n n n n n n n n n n n रीवा। दो दशक पहले खून की जरूरत बुजुर्गों व 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को होती थी, लेकिन अब यह आवश्यकता बच्चे एवं युवाओं को भी होने लगी है। इसका बड़ा कारण थैलेसीमिया है। जिम्मेदारों के अनुसार जिले में थैलेसीमिया के 149 मरीज रजिस्टर्ड हैं। इस रोग का प्रकोप इतना है कि मरीजों में सबसे अधिक बी पॉजिटिव ग्रुप की मांग ज्यादा है। इस बीमारी से क्लोज रिलेशन में शादी करने वाले लोग ज्यादा प्रताडि़त मिल रहे हैं। इसके रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक तो किया…