Aanchal Kol did wonders, she was painting one picture after another.
विंध्य वाणी, सतना। शासकीय कन्या महाविद्यालय में बीए फाइनल इयर की पढ़ाई कर रही छात्रा आंचल कोल के चित्रकारी की पूरे कालेज में गूंज है। उसकी कला को देखकर हर कोई आश्चर्य चकित हो जाता है। छात्रा की चित्रकारी प्रतिभा को देखकर विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. के पांडेय व गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. आभा गोयल ने उसकी कला को एक अलग पहचान दिलाने अनोखी पहल की है। अब आंचल की पेंटिंग महाविद्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के दौरान स्मृति चिन्ह के तौर पर अतिथियों को भेंट की जायेगी। इतना ही नहीं आंचल की पेंटिंग कला को प्रदर्शित करने लिए आगे चलकर एक चित्रकला प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।
मजदूर पिता की बेटी में अनोखी प्रतिभा
सतना जिले के रैगांव विधानसभा क्षेत्र के सितपुरा नई बस्ती छींदा गांव निवासी छात्रा आंचल कोल के पिता मजदूरी कर परिवार को पालन पोषण करते हैं। आंचल की मां एक गृहणी हैं। कक्षा छठवीं से बारहवीं तक की शिक्षा उसने नवोदय विद्यालय रहिकवारा से प्राप्त की है। आंचल ने बताया कि पेंटिंग के प्रति रुचि उसमें नवोदय विद्यालय में पढ़ाई के दौरान ही आ गई थी। कक्षा सातवीं से उसने पेंटिंग के लिए रंग और ब्रश थामा जो अब तक अनवरत जारी है।
अब तक बना चुकी कई पेटिंग
आंचल ने बताया कि इस अवधि में उसने कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, बेटी बचाओ, रक्तदान महादान, कंप्यूटर शिक्षा, बालिका शिक्षा, परिवार कल्याण योजना, मतदाता जागरूकता सहित अन्य विषयों पर विभिन्न पेंटिंग बना चुकी है। कॉलेज में होने वाले पेंटिंग प्रतियोगिता में उसने कई बार हिस्सा लिया जिसमें उसके इस हुनर को सभी ने सराहा व पुरस्कृत भी किया। आंचल ने बताया कि पेंटिंग के दौरान वह ऐक्रेलिक कलर का इस्तेमाल करती हैं। गुरूवार को आंचल ने एक खूबसूरत पेंटिंग बनाकर प्राचार्य डॉ. ए. के पांडेय को दिखाया जिसकी पूरे स्टाफ ने प्रशंसा की। इस दौरान प्राचार्य श्री पांडेय ने नगद राशि देकर आंचल को पुरस्कृत किया एवं उसकी इस कला की भूरि-भूरि प्रशंसा की।