In Rewa, these 27727 farmers withdrew their money and did not return it:रीवा. खरीफ 2023 में 19 हजार 510 किसानों ने जिले की विभिन्न सहकारी समितियों से लोन लिया था। जिसमें कुल 43 करोड़ 38 लाख रूपये की राशि कृषकों को दी गई थी। वही खरीफ 2023-24 में 30 हजार 96 किसानों ने सहकारी सिमितियों से लोन लिया है। जिसमें 61 करोड़ 73 लाख रुपए किसानों को ऋण दिया गया था। इसमें से 26 हजार 727 किसानेां ने कर्ज लौटाया ही नहीं। अभी भी 51 करोड़ का कर्ज बकाया है।
जिले में किसानों को 148 समितियों द्वारा क्रेडिट कार्ड के माध्यम से नकदी व खाद, बीज के लिए ऋ ण दिया गया है। इस ऋण को एक समय अवधि में किसानों को चुकाना पड़ता है। जिला सहकारी बैंक से खरीफ सीजन में ऋण लेने वालों को 30 मार्च तक और रवी सीजन में कर्ज लेने वालों को 15 जून कर्ज लौटाना पड़ता है। समय पर किसानों द्वारा कर्ज न चुकाने पर बैंक 12 प्रतिशत चार्ज लगाकर किसानों से ऋण अदा करवाती है। इसके साथ ही द्वितीय वर्ष खत्म होने के बाद किसानों को ब्याज की दर ज्यादा देनी होती है।
जो किसान समय अवधि पर धन जमा कर देते हैं, उन कृषकों के लिए बैंक से दोबारा 0 प्रतिशत ब्याज पर खाद बीज व नगदी आसानी से मिल जाती है। मिली जानकारी के अनुसार ज्ञात हो कि सहकारी बैंक कृषि के लिए अल्पकालिक योजना के तहत 1 वर्ष के लिए 2 हजार से लेकर 2 लाख तक का लोन देती है। इसे जमा करने की तिथि 30 जून है। बैंक के कर्मचारीयों ने कृषकों से संपर्क कर खरीफ व रबी सीजन का कर्ज 30 जून तक जमा करने की समझाइश दे रहे हैं। जिससे नए सत्र में फिर 0 प्रतिशत ब्याज पर लोन आसानी से कृषकों मिल सके।
जिला सहकारी बैंक से मिली जानकारी के मुताबिक खरीफ 2023 में 19510 किसानों को समितियां के माध्यम से 43 करोड़ 38 लख रुपए का ऋण दिया गया था, जिसकी अंतिम तिथि 30 अप्रैल थी। 18449 किसानों से 41 करोड़ 59 लाख रुपए की वसूली की गई है। वही 1061 कृषक ऐसे हैं, जिसे 1 करोड़ 69 लाख रुपए की वसूली होना बाकी है। जो किसान समय से ऋण नहीं चुकाए है, उनको अब ब्याज देनी होगी।
वर्ष 2023-24 रबी सीजन में 30096 किसानों ने ऋण लिया था। यह ऋण 148 सहकारी समितियां के माध्यम से मिला था। जिसमें 61 करोड़ 73 लाख रुपए का कृषिकों को ऋ ण सैंक्शन किया था। जिसकी अंतिम तिथि 15 जून तक है। बताया गया कि 4430 किसानों ने 12 करोड़ 11 लाख रुपए जमा कर दिए हैं, वही 2566 किसानों ने 49 करोड़ 61 लाख रुपए अभी तक जमा नहीं किए है। जिनकी समय अवधि 30 जून है, इस समय अवध में कर्ज न चुकाने वाले किसानों को 12 प्रतिशत ब्याज अदा करनी होगी।
जो किसान सहकारी समितियों से कर्ज लिए है वह समय रहते जमा कर दे। जिससे शासन की महत्वाकांक्षी योजना 0 प्रतिशत ब्याज पर नगदी व खाद, बीज किसानों को मिल सके। समितियों में खाद पर्याप्त आ गई है जिन किसानों को खाद की अवस्यकता हो वह समितियों से खाद प्राप्त कर सकते है।
ज्ञानेंद्र पाण्डेय,
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केंदीय बैंक रीवा