Favorite sarees are being modified, you can also adopt the method: किसी की एंगेजमेंट में मिली थी तो किसी को उसकी शादी में फैमिली वालों ने गिट की थी। आउटडेटेड होने के कारण वे अभी तक वार्डरोब की शोभा बढ़ा रहीं थींए लेकिन इनोवेशन करते हुए उन्हें मॉडीफाई कर फिर से पहना जा रहा है। जी हां ये वही साड़िया हैं जो एक टाइम खूब चाव से पहनी गईंए किंतु फैशन से बाहर होने के बाद वे रखी थीं। जिन्हें बुटिक और लेडीज टेलर्स रिनोवेट करते हुए उनके फैंसी सूट और गाऊन बना रहे हैं। शहर में यह ट्रेंड जमकर चल रहा है।
साड़ी में पुरानी यादें
फैशन एक्सपर्ट संयोगिता जैन ने बताया पिछले एक साल से पुरानी व फेवरेट साड़ियों को सूट व गाऊन में कन्वर्ट करने का ट्रेंड चल रहा है। हमारे पास भी बड़ी संया में लेडीज आ रही हैं जो अपनी साड़ी की स्टोरी या करें पुरानी यादें सुनाते हुए उन्हें दोबारा पहनने की इच्छा जताते हुए नया रूप देने कहती हैं। बुटिक व लेडीज टेलर्स उन साडिय़ों को बहुत ही खूबसूरती से नया रूप देते हैं। जो कि देखने वालों को भी समझ नही आता कि ये साड़ी से बनी ड्रेसेस हैं।
लेडीज का कहना है कि अलमारी के कवर्ड में रखी हुई साडिय़ों से बहुत सी यादें जुड़ी होती हैं। कोई माँ की दी हुई है तो किसी त्यौहार पर सासु मां या पति के द्वारा गिट की गई साड़ी है। ये बहुत सी यादें लिए होती हैंए लेकिन न तो इन्हें बार बार पहन पाते हैं और न किसी को दे पाते हैं। ऐसे में इन साडिय़ों को हम डिजाइनर्स से नया रूप तैयार करवाकर पर्सनैलिटी और साड़ी के मैटेरियल के अकोर्डिंग ड्रेस तैयार करवा लेते हैं।
भराव वाली साड़ियों के बन रहे गाऊन सूट
लेडीज का कहना है कि सगाईए शादी एवं अन्य त्यौहारों पर खरीदी गईं हैवी एब्रॉयडरी व भराव वाली साड़ियों के सबसे ज्यादा गाऊनए फ्रॉक सूट बन रहे हैं। एक्सपर्ट प्रकाश कुमार का कहना है कि अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता है कि दशकों पुरानी साड़ियां हैं। इनमें नया ड्रेस मटेरियल यूज करते हुए वेडिंग व पाटी ड्रेसेस का लुक दिया जा रहा है। साड़ियों को कन्वर्ट कर दोबारा पहनने से एक अलग ही फीलिंग्स आती है।