रीवा। महानगर बनने की ओर अग्रसर रीवा शहर से रेलवे को यात्रियों से काफी मुनाफा हो रहा है। यहां ट्रेनों की संख्या बढ़ने के साथ यात्रियों की संख्या भी नियमित रूप से बढ़ रही है। रीवा से वभिन्न महानगरों के लिए चलने वाली कुल ट्रेनों की वर्तमान संख्या 15 हैं। जिसमें 12 नियमित ट्रेन एवं तीन समर स्पेशल हैं। इनमें से 6 ट्रेन साप्ताहिक हैं। इन ट्रेनों से यात्रा करने के लिए टिकट की मांग अत्यधिक है। अधिकतर ट्रेन में हाउसफुल रहता है तथा कुछ लोगों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाती है।
रीवा स्टेशन प्रबंधक सतेन्द्र सिंह बघेल ने बताया कि रीवा से चलने वाली सभी ट्रेन में से रीवा-राजकोट ऐसी ट्रेन है जिसमें टिकट की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है तथा सर्वाधिक यात्री राजस्व भी इसी ट्रेन से आता है। रीवा रेलवे को यात्री ट्रेनों से होने वाली आय की बात की जाय तो यह महानगरों की श्रेणी में ही आता है। वर्ष 2022-23 में कुल 1041361 यात्रियों ने देश के विभिन्न स्थानों के लिए रीवा से यात्रा की। जबकि 2023-24 में यह संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी। रेलवे से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन ट्रेनों से कुल 1262156 यात्रियों ने यात्रा की हैं।
मुनाफा भी बढ़ा : यात्रियों से होने वाली आय की बात की जाये तो रीवा रेलवे को यात्री गाड़ियों से एक माह में लगभग 2.25 करोड़ रुपये की आय होती है।साल भर का यह रिकॉर्ड इस वित्तीय वर्ष में 255513041 लाख रुपये रहा है जबकि गत वर्ष रेलवे को यात्री गाड़ियों से होने वाला लाभ 204223022 लाख रुपये था। तुलनात्मक रूप से देखा जाये तो यह लाभ 51290019 लाख रुपये अधिक रहा है। यात्रियों की संख्या बढ़ने का मुख्य कारण रेलवे द्वारा ट्रेनों की संख्या बढ़ाना रहा है।
इन ट्रेनों का हो रहा संचालन रीवा स्टेशन से चलने वाली ट्रेन रीवा राजकोट एक्सप्रेस, रेवांचल एक्सप्रेस, रीवा आनन्द विहार एक्सप्रेस, रीवा जबलपुर इंटरसिटी, रीवा जबलपुर एक्सप्रेस, रीवा इन्दौर एक्सप्रेस, रीवा बिलासपुर एक्सप्रेस, जबलपुर निजामुद्दीन स्पेशल ट्रेन, रीवा नागपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, रीवा इतवारी, रीवा बिलासपुर स्पेशल, रीवा राजकोट स्पेशल, रीवा चिरमिरी एक्सप्रेस तथा अन्य स्पेशल ट्रेन।
यात्रियों की संख्या बढ़ने के मुख्य कारणों में रोजगार, शिक्षा, पर्यटन, व्यवसाय, मेडिकल के लिए लोगों का अन्य शहरों में जाना रहा है।
सतेन्द्र सिंह बघेल, स्टेशन प्रबंधक