सीधी. जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा की परेशानियां लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। जिले में रीवा से स्थानांतरित होकर सीधी आए प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के भ्रष्टाचारों की कुंडली प्रतिदिन बढ़ रही हैं। आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय के एक पत्र ने सीधी जिले के शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है। आयुक्त के पत्र में सीधी के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ अनुदानित वेतन राशि आवंटित करने एवं सामग्री क्रय करने में हुए घोटाले के आरोप में एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जारी किया गया है। उल्लेखनीय हैं कि आयुक्त लोक शिक्षा द्वारा जारी पत्र में यह साफ उल्लेख किया गया है कि प्रधान महालेखाकार मप्र, ग्वालियर के पत्र दिनांक 11 जनवरी 2021 के लेखा परीक्षा निरीक्षण प्रतिवेदन अवधि 01/2016 से 08/2019 की कंडिक क्रमांक-1 में अनुदान प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन एवं एरियर्स राशि का कपटपूर्ण आहरण एवं अन्य वित्तीय अनियमितता से संभावित हानि रूपये 70.67 लाख की आपत्ति ली गई।
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उक्त आपत्ति के संबंध में संचालनालय के पत्र क्रमांक 81, भोपाल, दिनांक 15 फरवरी 2021 द्वारा प्रकरण की विधिवत जांच परीक्षण कर वस्तुस्थिति से कार्यालय प्रधान महालेखाकार, मप्र ग्वालियर को अवगत कराने के निर्देश दिये गये। निर्देश के परिपालन में कलेक्टर रीवा द्वारा पांच सदस्यीय जांच समिति गठित कर जिला कोषालय अधिकारी रीवा की अध्यक्षता में प्रकरण की जांच कराई गई। कलेक्टर जिला रीवा के पत्र कमांक सतकर्ता शिक्षा 2021/230-231, रीवा, दिनांक 5 अगस्त 2021 द्वारा जांच प्रतिवेदन के निष्कर्ष के आधार पर संचालनालय के आदेश क्रमांक/वित्त-अ/जांच/रीवा/ 2021-22/16-17 भोपाल, दिनांक 4 मई 2022 द्वारा चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया। दोनो जांच प्रतिवेदन के निष्कर्ष अनुसार अनुदान मद अंतर्गत कर्मचारियों के डुप्लीकेट बिलों को तैयार कर अन्यत्र व्यक्तियों के बैंक खाता में भुगतान, देयकों के आहरण में कार्यालय के प्रत्येक स्तर के अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा सुसंगत नियमों का पालन नहीं किया गया है एवं लापरवाही/जानबूझकर कपटपूर्ण आहरण एवं सेवानिवृत्त अनुदानित कर्मचारियों को कमोन्नति एरियर्स का दोहरा अधिक भुगतान करना तथा भण्डार कय सामग्री में कपटपूर्ण आहरण कर गंभीर वित्तीय अनियमितता किया जाना पाया गया है।
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इसी के आरोप में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है। बता दें कि डॉ. प्रेमलाल मिश्रा ने रीवा में बतौर जिला परियोजना समन्वयक रहते हुए घोटाला किया था। जिसकी जांच उपरांत यह कार्यवाही की गई हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि सीधी में आने के बाद भी डॉ. मिश्रा वित्तीय मामलों को लेकर विवादों में फंसे हुए हैं। उनके द्वारा कई ऐसे निर्णय लिए गए हैं जो उनके गले की फांस बनी हुई है। विभाग में भी उनके विरुद्ध मनमानी कार्यों को लेकर असंतोष लगातार बढ़ रहा है। साथ ही उन्हें रीवा कार्यकाल के दौरान किए गए घोटालों का भी सामना करना पड़ रहा है।
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nआयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी आदेश में रीवा जिले के एक दर्जन से अधिक भ्रष्टाचारियो के नाम उजागर हुए हैं। जिसमें सीधी जिले से प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल मिश्रा के साथ साथ मुन्नीलाल वर्मा वरिष्ठ लेखा परीक्षक डीईओ कार्यलय सीधी का भी नाम शामिल हैं। इनके अलावा रीवा जिले के अंजनी कुमार तिवारी तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी रीवा, रामनरेश पटेल तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी रीवा, गंगा प्रसाद उपाध्याय प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी रीवा, हीरामणि प्रजापति प्राचार्य दुबगवा कुर्मियान, सीपी साकेत प्राचार्य बरांव हनुमना, रामदेव वर्मा प्राचार्य पिपराही हनुमना, उमा द्विवेदी प्राचार्य प्रतापगंज हनुमना, रामकृष्ण मिश्रा सेवानिवृत्त प्राचार्य उत्कृष्ट हनुमना, दिव्या द्विवेदी सेवानिवृत्त प्राचार्य कटरा, संतोष कुमार तिवारी सेवानिवृत्त प्राचार्य रंगौली, रामनिवास मिश्रा सेवानिवृत्त प्राचार्य पहाड़ी हनुमना, जयकृष्ण उपाध्याय निलंबित प्राचार्य सोनौरी, अशोक शर्मा लेखपाल रीवा, अखिलेश तिवारी लिपिक रीवा, कमलापति त्रिपाठी लिपिक रीवा एवं विजय तिवारी सहायक अध्यापक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है।