रीवा।रेवांचल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में फिर यात्रियों की जबरदस्त भीड़ बढ़ने वाली है। आगामी 18 अप्रैल से वैवाहिक सीजन शुरू हो रहा है, जिसे देखते हुए भोपाल-इंदौर में रह रहे क्षेत्रीय लोग रीवा आना चाहते हैं किंतु भोपाल से नियमित आने वाली एकमात्र ट्रेन के स्लीपर में वेटिंग संख्या का आंकड़ा सौ के ऊपर पहुंच गया है। पश्चिम मध्य रेलवे ने परिस्थिति से निपटने के लिए फिलहाल कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बनाई है, ताकि यात्रियों को गर्मी के दिनों में सफर के दौरान राहत मिल सके। शनिवार को चलने वाली भोपाल साप्ताहिक स्पेशल में भी नात्रियों की संख्या बढ़ी है। ऐसे में नियमित रेवांचल ट्रेन में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पमरे को कोई तोड़ नहीं मिल सका है। संचालन व्यवस्था के चलते यह ट्रेन विंध्य के लोगों के लिए पहली पसंदीदा ट्रेन बन चुकी है। एक कारण यह भी है किसामान्य दिनों में भी यह ट्रेन पर्याप्त यात्री संख्या लेकर चलती है। इसके बावजूद पमरे ट्रेन में अभी तक पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं दे पाया है। भीड़ बढ़ने पर चोरी जैसी घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है, जो कि इस ट्रेन में कई दफा हो चुकी है।
अप्रैल का महीना देगा मुनाफा
बता दें कि वर्ष 2024 के अप्रैल महीने में शुभ लग्न केवल 5 दिन है, जो 18 अप्रैल से 23 अप्रैल तक बताई गई हैं। इसके बाद मई, जून महीने में शुभ वैवाहिक लग्न नहीं है। जुलाई महीने में कुछ शुभ लग्न हैं। इसके बाद फिर तीन-चार महीने शुभ लग्न में रोक लगी रहेगी। इसका सीधा असर इस बार यात्री ट्रेन में भी पड़ेगा। अप्रैल महीने के उक्त पांच दिनों के बाद आगामी दो महीने यात्रियों की भीड़ ट्रेन में कम होगी, जो रेल प्रशासन के लिए राजस्व के दृष्टिकोण से अच्छे नहीं रहेंगे।
रीवा-कमलापति और रीवा आनंदविहार ट्रेन की स्थिति
माह और सीट में वेटिंग क्रमश…
18 अप्रैल
डब्ल्यूएल 48
18 अप्रैल
डब्ल्यूएल 31
19 अप्रैल
डब्ल्यूएल 70
19 अप्रैल
डब्ल्यूएल 58
20 अप्रैल
डब्ल्यूएल 98
डब्ल्यूएल 21
20 अप्रैल
21 अप्रैल
डब्ल्यूएल 86
डब्ल्यूएल 68
21 अप्रैल
22 अप्रैल
डब्ल्यूएल 92
22 अप्रैल
डब्ल्यूएल 63
23 अप्रैल
डब्ल्यूएल 92
23 अप्रैल
डब्ल्यूएल 59
24 अप्रैल
डब्ल्यूएल 83
24 अप्रैल
डब्ल्यूएल 59
आनंद विहार का भी बुरा हाल
इसी तरह नई दिल्ली आनंद विहार से रीवा के लिए नियमित चल रीवा-आनंद विहार ट्रेन की स्थिति का भी यही हाल है। ट्रेन के स्लीपर में 18 अप्रैल को 31 है। इसी प्रकार रेवांचल में 18 अप्रैल को 48 वेटिंग चल रही है। वहीं 19 अप्रैल को इंदौर-रीवा ट्रेन के स्लीपर में वेटिंग संख्या 100 के ऊपर निकलने को है। गुजरात राजकोट से आने वाली सप्ताहिक ट्रेन की भी कमोवेश यही स्थिति है। राजकोट ट्रेन के स्लीपर में अप्रैल को 58 वेटिंग बताई गई है। पिछले साल से रीवा राजकोटट्रेन की स्थिति मौसम बेमौसम ऐस ही रहती है। फिर भी इस ट्रेन के फे बढ़ाने की कार्यवाही रेल प्रबंधन नहीं की, जबकि कई दफा इसके लिए जनप्रतिनिधियों के माध्यम मांग की जा चुकी है।
वंदे भारत बन सकती है सहारा
रीवा-कमलापति ट्रेन के साथ ही शनिवार को चलने वाली स्पेशल रेलगाड़ी में भोपाल से रीवा आने वालों की लगातार वेटिंग बढ़ रही है। जिसकी वजह से अब लोगों का रुझान वंदे भारत ट्रेन की ओर बढ़ रहा है। भले ही उक्त ट्रेन का किराया महंगा है किंतु इस ट्रेन में एक बार सफर करने की हर किसी यात्री की इच्छा है। लोग अब वंदे भारत ट्रेन में भी टिकट लेकर अपना सफर तय करना चाह रहे हैं। ऐसे में वैवाहिक सीजन के दौरान रेवांचल व स्पेशल ट्रेन में टिकट न मिल पाने की वजह से वंदे भारत भी लोगों के लिए अच्छी ट्रेन साबित हो सकती है।