रीवा। कभी शासकीय इंजीनियरिंग कालेज रीवा के मैकेनिकल विभाग में लेक्चर दे चुके प्रो. सुनील कुमार गुप्ता को और उनके साथ वाले प्राध्यापकों को अंदाजा नहीं रहा होगा कि वे कुलगुरु जैसे उच्च पद पर आसीन होकर करोड़ों के घपले के सूत्रधार बनेगें और निलंबन का वनवास रीवा इंजीनियरिंग कालेज में काटना पड़ेगा। बहरहाल राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता को निलंबित कर मु यालय रीवा के शा. इंजीनियरिंग कॉलेज में कर दिया गया है। उक्त आदेश तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया गया है।
प्रो सुनील कुमार राजीव गांधी प्रौद्यगिकी विश्वविद्यालय भोपाल में चर्चित भ्रष्टाचार मामले के मुख्य आरोपी हैं। और न्यायिक अभिरक्षा में जेल में निरुद्ध हैं। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हुए भ्रष्टाचार केस के फरार चल रहे तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार को गुरुवार को पुलिस ने रायपुर से गिर तार कर लिया है। गांधी नगर पुलिस थाना भोपाल में 3 मार्च को केस दर्ज होने के बाद से वे फरार चल रहे थे। प्रो. सुनील कुमार गुप्ता द्वारा विश्वविद्यालय के अकाउंट से 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने के मामले में गांधी नगर पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
इसमें कुलपति के साथ यूनिवर्सिटी के तत्कालीन रजिस्ट्रार, वित्त नियंत्रक और बैंक के कई अधिकारी शामिल है। गौरतलब है कि प्रो. सुनील गुप्ता रीवा के शा इंजीनियरिंग कॉलेज में कई वर्षों तक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सहायक प्राध्यापक के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। प्रो. सुनील कुमार को निलंबित कर रीवा के शा. इंजीनियरिंग कॉलेज में अटैच किया गया है । जिस कॉलेज के विद्यार्थियों को शिक्षक के रूप में प्रो गुप्ता द्वारा पढ़ाया गया था उसी महाविद्यालय में निलंबित होकर अटैच करने के शासन के निर्णय पर कालेज में विभिन्न प्रकार की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।