रीवा। उप संचालक एनएएचएम ने एक संविदा कर्मचरी द्वारा किये गए करोड़ों रूपये के घोटाले की जांच के निर्देश जेडी स्वास्थ्य सेवाएं को दिए थे। 15 दिन में रिपोर्ट मांगी गई थी। जांच के लिए कमेटी भी बनाई गई लेकिन महीनो गुजर गया अब तक फाइल आगे नहंी बढ़ी। रीवा का स्वास्थ्य विभाग घोटाले बाजों को संरक्षण देने का अड्डा बन गया है। यहां करोड़ों के घोटाले हुए लेकिन किसी के खिलाफ कुछ नहीं हुआ। संविदा डीसीएम राघुवेन्द्र मिश्रा पर करोड़ों रूपये का एचबीएनसी घोटाला एवं भ्रष्टाचार करने का आरोप आशा उषा और सहयोगिनी संघ ने लगाया था। इसकी शिकायत संघ द्वारा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य से की गई थी। डीसीएम पर आशा ऊषा कार्यकर्ताओं से अवैध वसूली करने का भी आरोप है। डीसीएम पर यह भी यह भी आरोप लगाए गए थे कि डिलीवरी के बाद जन्म लेने वाले बच्चों की 7 बार भ्रमण करने के उपरांत जो पैसा आशा कार्यकर्ता को मिलता है। उसमें 50 प्रतिशत वसूली करते हैं। डीसीएम राघवेन्द्र मिश्रा आशा कार्यकर्ताओं पर फर्जी भुगतान के लिए अवैधानिक दबाव बनाते हैं। इनके काले कारनामों का चि_ा भी भोपाल भेजा गया था। इसके शिकायत के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कान खड़े हो गए थे। तुरंत ही मामले की जांच के आदेश उप संचालक ने जेडी स्वास्थ्य सेवाएं को दी थी। जांच के आदेश को महीनों हो गए लेकिन अब तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई। जेडी आफिस में ही फाइल दब कर रह गई है। शिकायतकर्ता सूर्यकांत मिश्रा का कहना है कि डीसीएम द्वारा करोडा़ें रूपये का घोटाला किया गया है। इसके खिलाफ शिकायत करने के बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में शिकायतकर्ता श्री मिश्रा ने डीसीएम द्वारा किये गए घोटाले की जांच कराने की मांग कलेक्टर और कमिश्रर से की है।
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nप्रत्येक विकासखण्डों में आवंटित राशि इस प्रकार है:
nब्लाक का नाम राशि
nगंगेव -923750 रूपये
nहनुमना -955500
nजवा -938500
nमउगंज – 433500
nनईगढ़ी -610750
nरायपुर कर्चुलियान – 834000
nगोविंदगढ़ -477500
nसिरमौर -91500
nत्योंथर -623000
n………….
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nलाखों का हेरफेर किया गया
nडीडीएम पर करोड़ों के वारे न्यारे का आरोप है। वर्ष 2021-22 में गंगेव 1250000 रुपये, हनुमना में 842250 रुपये, जवा 983750 रूपये,मउगंज 48500 रूपये, नईगढ़ी 624250 रुपये, रायपुर कर्चुलियान 797750रूपये, गोविंदगढ़ 582350 रुपए, सिरमौर 949750 तथा त्योथर में 664250 रूपये का घोटाला किया गया
n । इसी प्रकार से अप्रैल 2022 से 24 सितंबर 22 तक में गंगेव में 516000, हनुमना 286500, जवा 319000, मउगंज 217500, नईगढ़ी 181750, रायपुर कर्चुलियान 322750, गोविंदगढ़ 241750, सिरमौर 389250 तथा त्योंथर में 281250 रूपये का गोलमाल डीसीएम राघुवेन्द्र मिश्रा द्वारा किया गया है। लेकिन डीसीएम पर लगे भ्रष्टाचारों की जांच क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य द्वारा नहीं की जा रही है।
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nतत्कालीन सीएमएचओ ने भी हटाने के लिए लिखा था पत्र
nतत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल मिश्रा ने भी मिशन संचालक एनएचएम भोपाल को पत्र लिखकर डीसीएम राघवेन्द्र मिश्रा के कार्यकलापों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया था। उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने का लेख किया था। पत्र में कहा गया था कि राघवेन्द्र मिश्रा संविदा डीसीएम हैँ। वह दायित्वों का निर्वहन नहीं करते। विकासखंडों के बीसीएम से सांठगांठ कर आशा, आशा सुपरवाइजर के चयन व लेनदेन में ऊर्जा खर्च करते हैं। मातृ शिशु स्वास्थ्य की जानकारी व अन्रू जानकारी प्रदान करने व समीक्षा करने में रुचि नहीं लेते। पोर्टल में इंट्री नहीं हो पाती। समय पर कार्यालय नहीं आते। टूर डायरी प्रस्तुत नहीं करने जैसे आरोप लगाए थे।
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