भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा मध्यप्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में है। इसके लिए पार्टी ने अपने खास रणनीतिकारों को डैमेज कांग्रेस के मिशन पर लगा दिया है। पार्टी स्थापना दिवस पर किसी बड़े धमाके की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो इस दिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस सहित दूसरे दल के तकरीबन 1 लाख कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता दिला सकती है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में पिछले दो माह में कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। उनके दिग्गज नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ता भाजपा का दामन थाम रहे है। इनमें विधायक, महापौर, जिला पंचायत और जनपद पंचायत के अध्यक्षों के अलावा पूर्व सांसद, पूर्व विधायक व जनाधार वाले नेताओं की फेहरिस्त शामिल है। जानकारों की मानें तो भाजपा का वरिष्ठ नेतृत्व अब तक न्यू ज्वाइंनिंग से संतुष्ट नहीं है। नेतृत्व चाहता है कि मध्यप्रदेश का कोई भी ऐसा जिला नहीं बचे, जहां से बड़ी संख्या में कांग्रेस सहित दूसरे दल से जुड़ा जनाधार वाला नेता भाजपा में शामिल न हो। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से लेकर मंत्री विधायक इस काम में लगे हुए हैं और लगभग हर दिन दर्जनों की संख्या में लोग भाजपा का दामन थाम रहे हैं।
स्थापना दिवस पर तोहफा की तैयारी
सूत्रों की मानें तो दिल्ली ने प्रदेश नेतृत्व को पत्र भेजा है, जिसमें स्थापना दिवस पर बड़े आयोजनों से लेकर ऐसे कार्यक्रम आहुत करने को कहा गया है, जो भाजपा के विशाल परिवार होने का संदेश जनता तक पहुंचा सके। बताया गया है प्रदेश संगठन स्थापना दिवस यानि कि 6 अप्रैल को मध्यप्रदेश से 1 लाख से ज्यादा नए कार्यकर्ताओं की पार्टी में सदस्यता दिलाने का तोहफा दिल्ली को देने की तैयारी में जुटा हुआ है।
आरक्षित सीटों पर फोकस ज्यादा
बताया गया है कि भाजपा ने अपने इस मिशन को पूरा करने के लिए सबसे ज्यादा आरक्षित क्षेत्रों को चिन्हित किया है। आदिवासी और अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्रों में समाजिक समीकरण को ध्यान में रखकर प्रभावी लोगों को भाजपा में शामिल कराने की दिशा में काम किया जाए।
कांग्रेस से आए नेताओं को जिम्मेदारी
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संगठन ने इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी कांग्रेस से हाल में भाजपा में शामिल हुए नेताओं को सौंपी है। दरअसल इन नेताओं के अभी भी कांग्रेस नेताओं से संपर्क बने हुए हैं। ऐसे इन नेताओं को समझा कर पार्टी में शामिल कराने में उन्हें आसानी होगी।
हर विधायक-पदाधिकारी को टारगेट
जानकारों की मानें तो प्रदेश संगठन ने अपने सभी विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को टारगेट दिया कि वे अपने -अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाएं। इनमें ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाए,जिनका उनके समाज व क्षेत्र में व्यापक जनाधार है। पार्टी ने कहा कि ऐसे लोग जो कांग्रेस नेतृत्व या स्थानीय लोगों से नाराज है या उपेक्षित चल रहे है और वे भाजपा में आना चाहते है,उनसे संपर्क कर पार्टी की सदस्यता दिलाने का काम किया जाए।