रीवा। शहर में एटीएम ठगी की वारदातों में आए दिन इजाफा हो रहा है, कई मामले सामने आ चुके है, एटीएम से युवक का एटीएम बदलकर हजारों रुपए पार कर दिए गए, इसी तरह आए दिन शहर में साइबर क्राइम पर एक के बाद एक वारदाते सामने आ रही है। इन वारदातों से कैसे बचा जा सकता है व किस प्रकार से अपने ठगे गए रुपए वापस लिए जा सकते है। इस पर विंध्य वाणी टीम ने मुंबई के साइबर एक्सपर्ट नितिन भटनागर से बातचीत की तो उन्होंने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। जो इस तरह के घटनाओं से लोगो को बचा सकती है। नितिन ने बताया कि सबसे बैंक से जुड़े हुए दस्तावेजो व एटीएम कार्ड, खाता संबंधित जानकारी कभी भी किसी बैंक द्वारा फोन के माध्यम से नहीं ली जाती इसलिए किसी भी प्रकार के फोन पर किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जानी चाहिए। वहीं एटीएम कार्ड से यदि रुपए की ठगी होती है तो इसकी जानकारी संबंधित थाने के अलावा तीन दिन के भीतर लिखित तौर पर संबंधित बैंक को दी जानी चाहिए। इसके बाद बैंक आपके के साथ हुई ठगी की पड़ताल करेगा। यदि आपकी शिकायत सही पाई जाती है तो आपके रुपयों को वापस बैंक द्वारा किया जाएगा। यह पूरी कार्यवाही बैंक को 30 दिनों के भीतर करनी होती है। यदि बैंक 30 दिनों के भीतर कार्यवाही नहीं करता है तो उसे 31वें दिन से 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से खाताधारक को देना होता है। वहीं कई मामले ऐसे भी आते है कि बैंक प्रबंधन आपकी सुनवाई नहीं कर रहा है तो आप इसकी जानकारी बैंक के हेड आफिस में दे सकते है। बैंक के हेडआफिस की जानकारी आप बैंक प्रबंधन या फिर ऑनलाइन निकाल सकते है। यहां यह भी ठीक होगा यदि खाता धारक बैंक को शिकायत देने के साथ हेड क्वाटर में भी जानकारी दे दे। इस प्रकार वह आसानी से ठगी में गंवाए हुए रुपए वापस ले सकता है। वहीं नितिन बताया कि किसी प्रकार का ओटीपी आपके पास आता है तो उसे किसी के साथ सांझा न करे उसका उपयोग स्वयं करे।
एरर को मत करे अनदेखा,
नितिन ने बताया कई बार हैकर्स द्वारा एटीएम मशीन में डुबलीकेट स्लाट लगाकर व एटीएम में कैमरा लगाकर आपके एटीएम की जानकारी को कापी कर लेते है और उसी तरह दूसरा एटीएम तैयार कर खाते से रुपए निकाल लेते है। जब भी आप एटीएम का उपयोग करे और मशीन एरर बताए तो इसे अनदेखा न करे ऐसा इसी स्थिति में होता है जब मशीन में कोई अलग से स्लाट लगा हो। तुरंत इसकी जानकारी बैंक को दी जानी चाहिए। क्योंकि एटीएम बंद होगा तो उस पर स्क्रीन में आउट आफ सर्विस का मैसेज होता है वह एरर नहीं बताता। चिप एडं पिन कार्ड सुरक्षित होते है इनका उपयोग अधिक से अधिक किया जाना चाहिए। अपने एटीएम को किसी अन्य को नहीं देना चाहिए।
शोसल अकाउंट में 2एफए जरूरी,
नितिन ने बताया कि आज के परिवेश में शोसल मीडिया का उपयोग हर कोई करता है लेकिन उसे इसकी पर्याप्त जानकारी नहीं होने से कई बार वह अपना डाटा खुद हैकर्स को सौंप देता है। औफर्स वाली साइट में कभी लॉगइन न करे। ऑनलाइन पेंमेंट के दौरान भी पूरा वैरीफिकेशन करने के बाद ही साइट का उपयोग करे। इसके अलावा फेसबुक, वट्सअप, जीमेल, ट्वीटर सहित अन्य शोसल अकाउंट में टू फैक्टर अथेंटीकेशन(2एफए) का उपयोग जरूर करे। इससे आपका शोसल अकांउट को कोई और लॉगइन नहीं कर सकेगा आपकी जानकारी सुरक्षित रहेगी। यह सुविधा आपके शोसल एप पर सिक्योरिटी में उपलब्ध होती है।