भोपाल। लोकायुक्त की कार्यवाही लगातार जारी है, प्रदेश भर में लगातार रिश्वतखोर अफसर व उनके दलाल पकड़े जा रहे है। एक बार फिर लोकायुक्त ने रिश्वतखोर असफर सहित उनके दलालो पर शिकंजा कसा है। मामला रायसेन के जिले का है, इस बार लोकायुक्त ने गैरतगंज के एसडीएम मनीष कुमार जैन और दलाल रामनारायण अहिरवार को 45 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। बता दे कि एसडीएम रिश्वत की राशि लेने के बाद अपने बैग में रखकर गाड़ी में बैठे और जाने को तैयार थे, तभी लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें उतार लिया। मामले में एसडीएम के रीडर दीपक श्रीवास्तव को भी नामजद आरोपी बनाया गया है। ऐसा इसलिए कि रामनारायण का सीधा संपर्क दीपक से था और वह उसी के लिए दलाली करता था। यह कार्रवाई लोकायुक्त संगठन पुलिस की भोपाल इकाई ने बुधवार को क्रेशर कारोबारी तनवीर पटेल की शिकायत पर की है। तनवीर के भाई सईद अहमद कुरैशी ने ग्राम अगरिया कला में क्रेशर का संचालन करने के लिए अनुमति मांगी थी। यह अनुमति एसडीएम गैरतगंज मनीष कुमार जैन को देनी थी। कुरैशी ने इसके लिए आवेदन दिया था। आवेदन एसडीएम के रीडर दीपक श्रीवास्तव के पास था। दीपक ने अनुमति देने के एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। यह राशि प्राइवेट कंप्यूटर आपरेटर रामनारायण अहिरवार के जरिए मांगी गई थी। रिश्वत की मांग किए जाने के बाद तनवीर ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की थी। पुलिस ने मामले का सत्यापन कराया और प्रकरण सही पाए जाने के बाद एक दल बनाकर गैरतगंज भेजा था। हास्यास्पद यह भी रहा कि रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद एसडीएम के होश ही उड़ गए, इतना ही नहीं थोड़ी देर बात वह सीना पकड़कर ही बैठ गए और जोर-जोर से खांसने लगे। बोले मुझे बहुत ज्यादा घबराहट हो रही है और मैं दमा का मरीज भी हूं। पुलिस ने उनकी बढ़ती खांसी को देख अस्पताल में भर्ती करा दिया। फिलहाल उनका ईलाज किया जा रहा है। इधर लोकायुक्त की टीम अपनी लहकीकात में लगी हुई है। बताया जाता है कि 50 हजार की डील थी जिसमें दलाल के माध्यम से 5 हजार रुपए पहले ही ले लिए गए थे।
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