रीवा। आक्सीजन के क्षेत्र में जिले को बीते कुछ माह में विशेष उप्लब्धउय मिली है। अब तक आक्सीजन के लिए दूसरे जिल्व पर निर्भर रीवा अब आक्सीजन उत्पादन के मामले में कई जिलों को पीछे छोर चुका है। इसी कड़ी में एक नए लिक्विड ऑक्सिजन प्लांट की सौगात जिले को मिली है। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा कमी जिले में आक्सीजन की हुई थी, जिसके बाद जिले को आक्सीजन के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने का काम शुरु किया जो निरंतर जारी है। जिले में 2500 एलपीएम से अधिक प्लांट स्थापित किए जा चुके है। इसी कड़ी में अब जिला अस्पताल में लिक्विड आक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाना है, यह आक्सीजन प्लांट 6 केएल का होगा। जिसके लिए हाल ही में शासन द्वारा स्वीकृति दी गई है। बता दे कि लिक्विड आक्सीजन प्लांट के लिए प्रस्ताव शासन को जिला अस्पताल की तरफ सिविल सर्जन डॉ.केपी गुप्ता के मार्गदर्शन में भेजा गया था, जिसको स्वीकृति दे दी गई है। जल्द ही प्लांट की स्थापना की जाने की बात कही जा रही है। नए वर्ष का यह बड़ा उपचार जिला अस्पताल प्रबंधन को शासन द्वारा दिया गया है। जिससे काफी जनसुविधाएं बढ़ेंगी। बता दें कि कोरोना संक्रमण से ग्रसित लोगों की संख्या बढ़ते ही प्रदेश समेत शहर में स्वास्थ सुविधाओं को दुरुस्त करने का काम तेज हो गया है। बता दे कि जिला अस्पताल में अभी पहले से ही 200 एलपीएम का आक्सीजन प्लांट है, यह आक्सीजन प्लांट एयर सेपरेशन ऑक्सीजन प्लांट है। अब लिक्विड आक्सीजन प्लांट की सौगात जिला अस्पताल को मिलेगी। बता दें कि इस आक्सीजन प्लांट की स्थापना भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा एयर सेपरेशन आक्सीजन प्लांट के बगल में स्थापित किया जाएगा।जिला अस्पताल में लगने वाला 6 केएल का लिक्विड आक्सीजन प्लांट जिले का दूसरा आक्सीजन प्लांट होगा। इसके पहले सुपर स्पेशलिटी में जनसहयोग से करीब 98 लाख खर्च कर लिक्विड आक्सीजन प्लांट तैयार किया गया था, कोविड की दूसरी लहर के बीच यह प्लांट काफी उपयोगी साबित हुआ था, जिसके बाद अब जिला अस्पताल में भी यह सुविधा मिलेगी तो मरीजों को और राहत होगी और यदि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो उसे मात दी जा सकेगी।
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